पूरे देश में मानसून ने दस्तक दे दी है और कई जगह बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। इसी बीच कुछ ऐसी भी जगह हैं जहां बाढ़ आई हुई है। ऐसे में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को इसी पानी में अपने सारे काम करने पड़ रहे हैं। ताजा मामला यूपी के हरदोई से सामने आया, जहां के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र से एक बारात निकली। लेकिन इस बारात की खास बात ये थी कि इसमें दूल्हा घोड़ी पर नहीं बल्कि नाव पर सवार होकर आया और उसने कोई सूट-बूट नहीं पहना बल्कि हाथ में अपने जूते पकड़े और निक्कर में रास्ता पार किया।

हरदोई में बाढ़ प्रभावित पाली क्षेत्र के कहारकोला गांव से एक बारात शाहाबाद के कालागाड़ा के लिए निकली। खास बात यह रही कि घर से दूल्हा और बाकी बाराती नाव से सम्पर्क मार्ग तक पहुंचे और इसके आगे दो किलोमीटर का सफर पानी के अंदर पैदल तय कर मुख्य मार्ग तक आए।

पाली क्षेत्र का कहारकोला गांव गर्रा नदी में आई बाढ़ के चलते टापू में तब्दील हो चुका है। कहारकोला गांव के युवक राहुल की शादी थी। बारात कहारकोला से निकली। दूल्हे और बाकी बारातियों ने गांव से मुख्य मार्ग तक आने के लिए नाव का सहारा लिया। नाव ने सभी को एक किलोमीटर पहले ही पानी में डूबे सम्पर्क मार्ग के पास उतार दिया, जिसके बाद दूल्हे और बाकी बारातियों को पानी के अंदर पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक जाना पड़ा।

बारात लेकर शाहाबाद के कालागाड़ा गांव के लिए निकले दूल्हा राहुल ने बताया कि वह जब शादी के बाद पत्नी को विदा कराकर गांव लाएगा, तो उसे नाव में बिठाकर ही गांव के अंदर ले जाएगा, क्योंकि बाकी कोई रास्ता गांव तक जाने के लिए नहीं है। राहुल के मुताबिक अगर पानी का जलस्तर बढ़ता है, तो वह गांव जाने के बजाय एक-दो दिन कहीं और रहेगा, लेकिन इसकी संभावना कम ही है। उसने बताया कि उसकी पूरी कोशिश रहेगी कि वह दुल्हन के साथ सीधे अपने घर ही पहुंचे।