उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक गैंगरेप पीड़िता को जमकर बवाल काटा। गैंगरेप पीड़िता जिले में स्थित देवीपाटन मंडल कमिश्नर ऑफिस के बाहर पानी की टंकी पर चढ़कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी। पुलिस ने 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पीड़िता को नीचे उतारा। पीडिता 5 घंटे तक पानी की टंकी पर चढ़कर गैंगरेप के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करती रही। गिरफ्तारी की मांग करते हुए वह थक कर टंकी पर ही सो गई। यह देख पुलिस टंकी पर चढ़ी और पीड़िता के नीचे ले आई।
मामला नवाबगंज थाना क्षेत्र का है। गैंगरेप पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि तीनों लोग उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर ले गए थे। उसके बाद उन तीनों लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने न्याय पाने के लिए बहुत कोशिश की, लेकिन किसी ने भी मामले पर ध्यान नहीं दिया। जब पीड़िता मामले की शिकायत दर्ज कराने नवाबगंज पुलिस थाने पहुंची तो पुलिस ने भी शिकायत दर्ज नहीं की। पुलिस की अनदेखी और लापरवाही को देखते हुए पीड़िता ने कोर्ट का रुख किया।
कोर्ट ने नवाबगंज थाने को आदेश दिया कि वह पीड़िता का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई करे। कोर्ट के आदेशानुसार थाने ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया। रेप पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसे परेशान कर रहे थे। हरदम उसके साथ गाली-गलौज करते थे। साथ ही मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे। पीड़िता ने बताया कि पुलिस से इसकी शिकायत की, लेकिन पुलिस अनसुना कर रही थी। इसलिए इंसाफ की मांग करने वह कमिश्नर ऑफिस आई और यहां बनी पानी की टंकी पर चढ़कर अपना विरोध शुरू कर दिया।
घटना को लेकर ASP पूर्वी मनोज कुमार ने बताया कि पानी की टंकी पर चढ़ी रेप पीड़िता का मामला नवाबगंज थाने में कोर्ट के आदेश पर दर्ज कर लिया गया था। तीन सगे भाइयों पर गैंगरेप और अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं पूरे मामले की जांच करके जनवरी 2024 में नवाबगंज थाने जांच रिपोर्ट सीओ तरबगंज को भेज दी थी, लेकिन सीओ तरबगंज द्वारा जांच की मांग दोबारा करते हुए पुरानी जांच की फाइल वापस कर दी गई थी। अब दोबारा मामले की जांच चल रही है। इसलिए पीड़िता परेशान होकर पानी की टंकी पर चढ़ गई थी।