भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने डॉ. मोहन यादव सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इसने राज्य को कर्ज के दलदल में डुबा दिया है. उन्होंने कहा कि कैग (CAG) ने भी अपनी रिपोर्ट में कर्ज के हालात पर चिंता जताई है. दरअसल, कैग की रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश सरकार पुराने ऋण को चुकाने के लिए नया ऋण ले रही है. बताया जा रहा है कि बीते पांच साल में कर्ज ली गई राशि का 32.63 प्रतिशत हिस्सा पुराने कर्ज को चुकाने में खर्च किया गया है.

कमलनाथ ने कर्ज के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते हुए कहा, ” मध्य प्रदेश को कर्ज़ के दलदल में इस तरह डुबा दिया गया है कि CAG की रिपोर्ट में भी कर्ज़ के हालात पर चिंता व्यक्त की गई है. हालत यह हो गई है कि कर्ज़ चुकाने के लिए भी कर्ज़ लिया जा रहा है. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह चौपट कर प्रदेश को दिवालियापन की तरफ़ धकेला जा रहा है. प्रदेश में अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने के बजाए कर्ज़ लेकर काम चलाया जा रहा है.”

पूर्व सीएम कमलनाथ ने आगे कहा, ”अगर मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को तेज कर रोज़गार के नए अवसर सृजित करे तथा मौजूदा कृषि एवं अन्य व्यवसाय का आधुनिकीकरण करे तो प्रदेश की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि अर्थव्यवस्था में सुधार की बात तो दूर प्रदेश सरकार का ध्यान अर्थव्यवस्था पर है ही नहीं.”

मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को कैग की रिपोर्ट पेश की गई थी जिसमें यह कहा गया है कि कर्ज लिए गए फंड का इस्तेमाल पूंजी निर्माण और विकास संबंधी कार्यों में किया जाना चाहिए. उधार ली गई राशि का इस्तेमाल बकाया चुकाने में नहीं होना चाहिए. कैग की रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है कि वित्त वर्ष 2022-23 में ही कर्ज ली गई राशि का 37 प्रतिशत हिस्सा पुराना बकाया और कर्ज चुकाने में हुआ है.