जबलपुर: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) देश भर की यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में एक साल में दो-दो बार एडमिशन की व्यवस्था शुरू करने जा रहा है. ऐसे में मध्य प्रदेश के जबलपुर की रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी यूजीसी की इस व्यवस्था से बेहद उत्साहिूत है. कुलपति ने कहा कि यूजीसी द्वारा अच्छा फैसला लिया गया है. इससे छात्रों को लाभ होगा.

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जैसे ही इससे जुड़ा आदेश मिलेगा, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में इसे लागू कर दिया जाएगा. बता दें यूजीसी ने एक साल में दो बार दाखिला की नई व्यवस्था को मंजूरी दे दी है. उम्मीद जताई रही है कि इसी शैक्षणिक सत्र से जबलपुर की रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी में इस व्यवस्था के तहत साल में दो बार एडमिशन होने लगेंगे.

जानकारों का कहना है कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव भी साल में दो बार आयोजित किए जा सकेंगे. इस तरह से छात्रों के रोजगार के दो-दो मौके मिलेंगे. हालांकि, साल में दो बार एडमिशन की प्रक्रिया को अभी कंपल्सरी नहीं किया जा रहा है. जानकारों का कहना है कि अमेरिका और ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी की तरह साल दो बार एडमिशन की व्यवस्था होने से छात्रों का पूरा साल बर्बाद होने से बचेगा.

इससे बोर्ड रिजल्ट में देरी, हेल्थ इश्यूज या निजी कारणों के चलते शुरुआती एडमिशन साइकल से चूक गए स्टूडेंट्स को दोबारा एडमिशन लेने का मौका मिलेगा. इस व्यवस्था के चलते स्टूडेंट्स मोटिवेट होंगे और उनमें साल बर्बाद होने का भय भी खत्म हो जाएगा. ऐसे में उन्हें एक साल का इंतजार नहीं करना होगा.