इंदौर। मध्यप्रदेश में करारी हार के बाद संगठन में बदलाव की कवायद शुरू की जा रही है। इस चुनाव में युवक कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर भी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है। पूरे प्रदेश का दौरा करने के बाद अब युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेन्द्रसिंह ने विधानसभा अध्यक्षों की कार्यकारिणी भंग कर बदलाव की शुरूआत की है।
पिछले दिनों युवक कांग्रेस अध्यक्ष मितेन्द्रसिंह यादव का इंदौर में दौरा था जो फीका रहा। दरअसल यादव पूरे प्रदेश के जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रहे हैं। इंदौर की जानकारी में उन्हें मालूम पड़ा कि यहां संगठन ठंडा पड़ा हुआ है। युवक कांग्रेस ने चुनाव में कोई ऐसी उल्लेखनीय उपलब्धि भी हासिल नहीं की, जिसे बताया जा सके। एक तरह से इंदौर के शहर अध्यक्ष रमीज खान और ग्रामीण के जिलाध्यक्ष दौलत पटेल अपने ही क्षेत्रों में सिमटे रहे। हालांकि दोनों का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है और दूसरा कार्यकाल चल रहा है। जाते-जाते मितेन्द्रसिंह ेने संकेत दिए थे कि वे अब नई और सक्रिय कार्यकारिणी बनाएंगे। इसको लेकर उन्होंने कल से बदलाव की शुरूआत भी कर दी। प्रदेश की सभी विधानसभाओं के अध्यक्षों को हटा दिया गया है और उनकी कार्यकारिणी भी भंग कर दी है। इंदौर में एक नंबर विधानसभा में अनिकेत परिहार, दो में नितिन पांचाल, तीन में अनमोल ढोली, चार में आशीष बिजवा, पांच में अंकित दुबे अध्यक्ष हैं। इन्हें हटा दिया गया है। ये कोई बड़ी उपलब्धि नहीं गिना पाए। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र की चारों विधानसभाओं में कुछ महीनों पहले ही अध्यक्ष बनाए गए थे, लेकिन उन्हें भी हटा दिया गया है। नई कार्यकारिणी कब गठित होगी, इसको लेकर अभी कोई गाइड लाइन तय नहीं की है।