इंदौर। बड़ी जीत के साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल के लिए मध्यप्रदेश का दावा बड़ा हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि पहले दौर में मध्यप्रदेश के तीन नेताओं का मंत्री बनना तय है। हालांकि गठबंधन की सरकार होने के कारण इस बार कई समीकरण गड़बड़ा जाएंगे।
ऐसा माना जा रहा है कि पहले दौर में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीडी शर्मा और फगन सिंह कुलस्ते में से तीन को मंत्री बनाया जा सकता है। वीरेंद्र खटीक इस बार मंत्री पद की दौड़ से बाहर हो सकते हैं। कुलस्ते के स्थान पर प्रदेश से किसी नए आदिवासी चेहरे को भी मौका मिल सकता है ऐसी स्थिति में सुमेरसिंह सोलंकी का नाम सबसे आगे रहेगा। गुजरात के प्रभारी की भूमिका में रहते हुए मंदसौर से तीसरी बार चुनाव जीते सुधीर गुप्ता को भी मौका मिल सकता है।
लालवानी के लिए भी तगडी लाबिंग
देश में सबसे बड़ी जीत हासिल करने के साथ ही जातीय समीकरण के आधार पर इंदौर के सांसद शंकर लालवानी को मंत्री बनवाने के लिए भी लाबिंग शुरू हो गई है। हालांकि उनकी यह बड़ी जीत कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान से हटने से हुई है।