शिवपुरी: मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दलित समाज के दूल्हे के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है. दूल्हे की बारात दूसरे समाज के इलाके से होकर गुजर रही थी, तभी दोनों समाज के लोगों के बीच झड़प हो गई. इस बात से गुस्साए बारातियों ने पुलिस थाने के बाहर करीब ढाई घंटे तक धरना दिया, जिसके बाद दूल्हा और दुल्हन की शादी पुलिस की मौजूदगी में हुई.
ब्रजेश जाटव की बारात शुक्रवार यानि 24 मई को सुजावनी गांव में जा रही थी. रात के समय डीजे पर गाने बज रहे थे. इस दौरान बाराती नाचते-गाते हुए दुल्हन के घर जा रहे थे. बारात दूसरे समाज के गांव से होकर गुजर रही थी.दूसरे समाज के लोगों ने जैसे ही अपने इलाके से दलित दूल्हे की बारात को जाता देखा तो दोनों पक्षों के बीच कहा-सुनी हो गई. मामला इतना बढ़ गया कि बारात में पीछे चल रहीं गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी गई.साथ ही लोगों के साथ मारपीट भी हुई.
बारातियों के मुताबिक, दूसरे समाज के कुछ लोग बारात में आए और डीजे बंद करने को लेकर दबाव बनाने लगे, जब डीजे बंद नहीं किया गया तो दूसरे समाज के लोग भड़क गए थे. उन्होंने दूल्हे ब्रजेश जाटव पर धूल-मिट्टी फेंक दी. इसके बाद कई लोग हाथ में लाठी-डंडे लेकर आ गए और बारातियों के साथ मारपीट करने लगे.इतना ही नहीं उन लोगों ने दूल्हे को भी घोड़ी से उतार दिया. साथ ही पीछे चल रहीं गाड़ियां भी तोड़ दी.
वहीं, दूसरे समाज के लोगों का कहना है कि बारात में आतिशबाजी की जा रही थी,जिससे उनके घर में मौजूद मवेशियों में भगदड़ मच गई थी. इस दौरान जब उन्होंने बारातियों से आगे जाकर आतिशबाजी करने की बात कही तो बारातियों ने मारपीट करना शुरू कर दिया था. फिलहाल इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. इस बीच दूसरे समाज के लोगों ने बीती रात थाने पहुंचकर दूल्हे पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी.
इसकी जानकारी दूल्हे पक्ष को सुबह लगी, जिसके बाद दूल्हा-दुल्हन सुबह 6 बजे पुलिस चौकी पहुंच गए,जहां दूल्हा ब्रजेश जाटव-दुल्हन प्रियंका ने चौकी के सामने कुर्सी पर बैठाकर धरना शुरू कर दिया.दूल्हे पक्ष के लोग दूसरे समाज के लोगों पर तुरंत एफआईआर करने की बात पर अड़ गए. यह धरना करीब ढाई घंटे तक चला, जिसके बाद पुलिस ने दूल्हे पक्ष को आश्वासन दिया तो वे धरना खत्म करने के लिए राजी हुए.
धरना खत्म होने के बाद दूल्हा पक्ष के लोगों ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की. इसके बाद कुछ पुलिस कर्मियों को शादी के मंडप में भेजा गया. इसके बाद शादी संपन्न हुई. इस पूरे मामले में हिम्मतपुर चौकी प्रभारी विनोद यादव का कहना है कि दूसरे समाज के लोग ऑनलाइन एफआईआर की मांग पर अड़े हुए थे. जबकि ऑनलाइन एफआईआर पिछोर थाने में दर्ज होती है, जब उन्हें इस बात की जानाकरी दी गई तो इसके बाद उन लोगों ने पिछोर थाने में पहुंचकर एफआईआर दर्ज करा दी. फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं.