राजस्थान के कोटा के खातोली के जोरावरपुरा गांव में शादी के कार्यक्रम में भाग लेने आए परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। सभी शादी में व्यस्त थे उसी दौरान कब तीन साली की मासूम बच्ची कब कार के अंदर जाकर बंद हो गई किसी को पता भी नहीं चल पाया और जब तक इसकी जानकारी हुई तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
इस घटना के बाद शादी समारोह की खुशियों के बीच मातम का माहौल छा गया। खातोली थाना के हेड कांस्टेबल केथुदा चौकी प्रभारी भरत गुर्जर ने बताया कि कोटा के रहने वाले प्रदीप नागर अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ जोरावरपुरा गांव में अपने फूफा सुसर के यहां शादी के कार्यक्रम में तीन बजे के आस-पास पहुंच गए थे।
शादी समारोह में पहुंचने के बाद सभी लोग कार से उतर गए और बच्चे खेलने लग गए। इस दौरान खेलते-खेलते प्रदीप की बेटी कब कार में वापस चली गई और कार लॉक हो गई। इसका पता भी नहीं चल पाया। जब 5 बजे के आस-पास पता चला तो पिता ने मां से पूछा कि बेटी कहां है, तो दोनो एक दूसरे के पास होने की बात कहने लगे, लेकिन उनकी बेटी दोनों में से किसी के भी पास नहीं थी। फिर आस-पास ढूंढा बहुत देर के बाद खोजा तो वह बेहोश पड़ी हुई कार के अंदर मिली। प्रदीप अपनी बेटी को लेकर हॉस्पिटल पहुंच गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने प्रदीप की बेटी को मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना के बाद खातोली पुलिस पहुंची और जानकारी ली, इस दौरान बेटी के घरवालों ने किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई से मना कर दिया। इस घटना के बाद लड़की के माता पिता का रो – रो कर बुरा हाल है। शादी के माहौल में इतनी बड़ी दुर्घटना ने पूरे माहौल को गमगीन कर दिया। सभी इस घटना से आहत थे।