भोपाल। मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में शामिल होने वाली पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने विश्वासघात का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। निशा बांगरे बैतूल जिले की पूर्व डिप्टी कलेक्टर हैं। उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के लिये पद से इस्तीफा दे दिया था, ताकि 2023 के चुनाव में अमला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकें। उन्हें उस वक्त टिकट नहीं दिया गया था, लेकिन वादा किया गया था कि उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया जाएगा। कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जीतू पटवारी को लिखे अपने इस्तीफे में बांगरे ने कहा कि पार्टी ने समाज सुधारक बाबासाहेब आंबेडकर को भी टिकट देने से इनकार कर दिया था।
इन सब कारणों से नाराज होकर निशा ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसे पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस के तरफ से जारी हुए प्रेस नोट में लिखा है कि निशा ने पार्टी के सभी पदों की जिम्मेदारी छोड़ने का बात लिखकर एक पत्र भेजा था। जिसे प्रदेश कांग्रेस के मुखिया जीतू पटवारी ने स्वीकार कर उन्हें सभी पदों से मुक्त कर दिया।