छिंदवाड़ा । पूर्व प्रशासनिक अधिकारी निशा बांगरे ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। रविवार को निजी होटल में पत्रकारों से चर्चा के दौरान निशा बांगरे ने पूर्व सीएम कमल नाथ को लेकर कहा कि जब कमल नाथ को टिकट ही नहीं देना था तो फिर इस्तीफा क्यों दिलवाया। पहले विधानसभा चुनाव में टिकट का वादा किया था और बाद में लोक सभा चुनाव में टिकट देने का वादा किया था लेकिन टिकट नहीं दिया। जब टिकट नहीं देना था तो फिर सर्विस से इस्तीफा क्यों दिलवाया।
निशा बांगरे ने कहा कि कमलनाथ ने महिला और दलित समाज का अपमान भी किया है। कांग्रेस के लोग बाबा साहब आंबेडकर का भी अपमान कर चुके है। अब मैंने प्रण लिया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हरवाने का काम करूंगी।
जब निशा बांगरे से पूछा गया कि क्या वो भाजपा में शामिल होंगी तो निशा बांगरे ने कहा कि अभी तो सेवा में वापसी का आवेदन दिया है अब सरकार तय करें कि क्या करना है। मैने कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने का संकल्प लिया है।
गौरतलब है कि निशा बांगरे ने आखिरकार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को लिखे पत्र में निशा बांगरे ने कांग्रेस पर षड्यंत्र कर विधानसभा चुनाव लड़ने से रोकने और वायदा खिलाफी कर लोकसभा का टिकट भी न देने का आरोप लगाया।
निशा बांगरे ने कहा कि पिछले छह महीने से कांग्रेस की नीयत को करीब से आंकलन कर मैने यह पाया कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे विधानसभा में टिकट देने का वादा किया। 229 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए और एक सीट आमला मेरे लिए होल्ड पर रखने का केवल दिखावा कर समाज का वोट बटोरना चाहा एवं खुद षड्यंत्र कर मुझे चुनाव लड़ने से रोका।