इंदौर। करीब 3 वर्ष से पेट दर्द की पीड़ा झेल रही महिला उस वक्त चौक गई, जब अस्पताल के डॉक्टरों की टीम में जांच के बाद महिला की आतों और गर्भाशय में उलझे 22 हड्डियों के टुकड़े निकाले। इंदौर के शासकीय अस्पताल में मरीज अब खतरे से बाहर है।
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एम टी एच शासकीय अस्पताल में एक अनोखा मामला सामने आया। प्रसूति विभाग की हेड डॉक्टर सुमित्रा यादव ने बताया कि पेट दर्द से परेशान होकर एक महिला उनके पास आई थी। जहां सोनोग्राफी और संबंधित जांचों के बाद पाया की महिला की आंत और गर्भासय में हड्डियों जैसे अवशेष उलझे हुए है। डॉ यादव ने अपनी टीम के साथ पीड़ित महिला का जटिल ऑपरेशन किया। महिला के शरीर से 22 हड्डियों के टुकड़े निकल गए।
डॉ यादव ने बताया कि संभवत पीड़ित महिला ने अनमेच्योर गर्भपात की मंशा से कोई दवाई खाई होगी, व किसी प्रशिक्षित चिकित्सक ने गर्भ सफाई के दौरान हड्डियों के अवशेष छोड़ दिए। डीआर सुमित्र यादव की माने तो यदि समय रहते महिला का उपचार नहीं होता तो उसकी जान को खतरा बना हुआ था पीड़िता को असहनीय दर्द बीते करीब 3 वर्षों से हो रहा था।
फिलहाल मरीज की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। डॉ. सुमित्रा यादव ने अपील भी की है की अनमेच्योर गर्भपात जैसी स्थिति में बिना किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई नहीं खाए, वही प्रशिक्षित चिकित्सक से ही उपचार कराएं।