खंडवा: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की जिन तीन लोकसभा सीटों पर होल्ड लगा के रखा है, उनमें खंडवा लोकसभा सीट भी शामिल है. माना जा रहा है कि 1 या 2 दिन में कांग्रेस बची हुई तीन सीटों पर भी प्रत्याशियों का के नामों का ऐलान कर सकती है. वहीं खंडवा लोकसभा सीट से पार्टी के मजबूत दावेदार माने जा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. जिसके बाद संभावना जताई जा रही है कि अरुण यादव खंडवा सीट से पार्टी के उम्मीदवार हो सकते है.

दरअसल, अरुण यादव और सचिन यादव अपने पिता और कांग्रेस के कद्दावर नेता सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री स्वर्गीय सुभाष यादव की 78वीं जयंती मनाने के लिए गृहगांव बोरावां में थे. इस दौरान जब उनसे खंडवा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा ‘इस बार खंडवा और खरगोन दोनों सीटें जीतेंगे, जबकि पार्टी मुझे जहां से चुनाव लड़ने के लिए आदेशित करेगी, मैं वहां से चुनाव लड़ूंगा. मैंने तो गुना सीट से भी टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने जहां से मौका देगी वहां से चुनाव लड़ूंगा.’

माना जा रहा है कि कांग्रेस एक बार फिर से अरुण यादव को खंडवा लोकसभा सीट से चुनाव लड़वा सकती है, क्योंकि अब तक खंडवा से जितने भी नाम सामने आए हैं, उनमें फिलहाल पार्टी पर सममति नहीं बन पाई है. लेकिन अरुण यादव और उनके छोटे भाई सचिन यादव जिस तरह से एक बार फिर से निमाड़ जोन में एक्टिव हुए हैं, ऐसे में दोनों नेताओं की सक्रियता को देखकर माना जा रहा है कि वह खंडवा लोकसभा सीट से एक बार फिर से चुनाव लड़ सकते हैं.

बता दें कि अरुण यादव अब तक तीन बार खंडवा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जिसमें उन्हें एक बार जीत मिली थी, जबकि पिछले दो चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है. लेकिन अगर किसी नाम पर सहमति नहीं बनती है तो फिर अरुण यादव फिर से प्रत्याशी हो सकते हैं. इस दौरान अरुण यादव ने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा भाजपा का 400 पार का नारा 2003 के इंडिया साइन की तरह फुस होगा, आज देश में बदलाव की बयार है और लोग कांग्रेस को मौका देंगे. वहीं लगातार कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जा रहे नेताओं को लेकर अरुण यादव ने कहा अच्छा है नए लोगो को मौका मिलेगा, कांग्रेस समुंदर है उसका विश्व में सबसे पड़ी पार्टी का इतिहास है. इसलिए किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.