ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के ग्राम गढूपुरा में शहीद सैनिक की कल शाम को पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई। गढ़ूपुरा निवासी जितेंद्र सिंह के ज्येष्ठ पुत्र सैनिक बृजकिशोर ने वर्ष 2008 में भारतीय सेना की राइजिंग सेल फील्ड सब ग्रुप 33 कॉर्प ज्वाइन की थी। नौ साल मिलिट्री में रहकर देश की रक्षा करते हुए वे शहीद हो गए। सेना ने उनका इलाज कराया, लेकिन सड़क हादसे में गंभीर घायल होने से उनके प्राण नहीं बचाए जा सके। सैनिक 12 अक्टूबर को जलपाई गुड़ी एनजेपी में ड्यूटी से लौटने के दौरान सड़क हादसे का शिकार हो गए। हादसा आर्मी की गाड़ी से हुआ। उन्हें तत्काल मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां उनका 10 दिन तक इलाज चला। फिर 22 अक्टूबर को मिलिट्री हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। इसके बाद 26 अक्टूबर को उनकी पार्थिव देन उनके गृह गांव गढ़ूपुरा आई। जहां पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
भारतीय सेना के सिपाही बृजकिशोर का विवाह ग्वालियर निवासी दिव्या से वर्ष 2011 में हुआ था। अभी बृजकिशोर की उम्र मात्र 28 साल थी। साथ ही वे दो बेटियों के पिता थे। बृजकिशोर के अंतिम संस्कार के समय उनकी बेटियों हर्षिता व महक को उनके मामा संभाले थे। बेटियां रो रही थीं, लेकिन समझ नहीं पा रही थीं ये सब क्या हो रहा है। पापा की चिता जल रही है, अबोध बेटियों को पता नहीं था। पिता को अंतिम सलामी दी गई, फिर चिता जली। चार साल व दो साल की दोनों नन्हीं बेटियों को नहीं पता था कि ये सब क्या हो रहा है। इसे देख लोगों की आंखें भर आईं। यह हुआ गढ़ूपुरा गांव में, जहां शहीद सैनिक बृजकिशोर ओझा की पार्थिव देह को सेना के जवानों ने शस्त्र सलामी दी। इससे पहले पुष्प चक्र चढ़ाए गए। उसके बाद चिता को मुखाग्नि दी गई।

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