मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यूनाईटेड स्टेट कांग्रेस की पहली हिन्दू सदस्य सुश्री तुलसी गबार्ड ने वाशिंगटन में मुलाकत की और विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
सुश्री गबार्ड मात्र 21 वर्ष की आयु में राज्य विधायिका में चयनित हुई थीं। सुश्री गबार्ड ने हाल ही में भगवत् गीता के उद्धरण के साथ विधायिका के सदस्य की शपथ ग्रहण की थी। उन्होंने कहा कि राजनैतिक जीवन में लोक सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। मुख्यमंत्री ने सुश्री तुलसी को मध्यप्रदेश में तेजी से हुए विकास की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में पिछले एक दशक में हुए अभूतपूर्व विकास की प्रमुख उपलब्धियों की चर्चा करते हुए सुश्री तुलसी को बताया कि कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। अब मध्यप्रदेश में जैविक खेती पर पूरा ध्यान केंद्रित किया गया है। पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में बड़ी संख्या में किसान जैविक खेती अपना रहे हैं।
चौहान ने महिला सशक्तिकरण के लिये किये गये उपायों और कार्य-योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय निकायों में महिलाओं को पचास प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। शिक्षकों की भर्ती में पचास प्रतिशत और अन्य शासकीय सेवाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। चर्चा के दौरान सुश्री तुलसी ने महिला सशक्तिकरण के प्रयासों की सराहना करते हुये कहा कि अमेरिका जैसे देशों को भी मध्यप्रदेश के प्रयासों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने विश्व के सबसे बड़े नदी संरक्षण अभियान ‘नर्मदा सेवा यात्रा” के महत्व और इसके दूरगामी परिणाम के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग जैसे खतरों के प्रति सजग होकर नदी संरक्षण अभियान बड़े पैमाने पर संचालित करने की हर देश को आवश्यकता है। सुश्री तुलसी ने इस प्रयास की सराहना की।