भिण्ड। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड जिलेे के अटेर क्षेत्र में राष्ट्रीय चंबल घडि़याल सेंक्चुरी से रेत उत्खनन करने वाले माफिया को किसान ने अपने खेत में रेत से भरे वाहनों को निकालने के लिए सड़क नहीं बनाने दी तो माफिया ने कल रात में गांव पर हमला कर दिया। रेत माफिया ने किसान के घर फायरिंग की। फायरिंग के दौरान पूरा गांव एकत्रित हो गया और रेत माफिया को खदेड़ दिया। ग्रामीणों ने माफिया के पास से एक 12 बोर की बंदूक और एक कट्टा भी छुड़ा लिया, जिसे अटेर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने किसान की शिकायत पर 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रेत माफिया से मिले होने के मामले में अटेर थाने के आरक्षक पदमसिंह को पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने निलंबित कर दिया है।
भिण्ड जिले के अटेर थाने के एसआई दलेल सिंह यादव ने बताया मघारा गांव निवासी जसराम पुरवंशी के खेत से रेत माफिया चंबल के रेत से भरे वाहन निकालने के लिए कच्चा रास्ता बना रहा था। जसराम ने खेत से रास्ता बनाने से रोका तो रेत माफिया ने हथियारों से लैस होकर जसराम के घर के बाहर फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान ही गांव के लोग एकत्रित होकर आ गए और रेत माफिया को खदेड़ दिया। ग्रामीणों ने रेत माफिया के पास से 12 बोर की बंदूक और कट्टा छुड़ा लिया है। ग्रामीणों ने हथियारों को पुलिस के सुपुर्द किया है। अटेर पुलिस ने जसराम की शिकायत पर आरोपी गिर्राज गुर्जर, भोला, डल्ले शर्मा, मान सिंह यादव, मोनू यादव, मान सिंह, कल्लू पुरवंशी, भूरे पुरवंशी और महावीर पुरवंशी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। पुलिस को मौके से 12 बोर कारतूस के 3 खोखे और 315 बोर के कारतूस का एक खोखा मिला है। रेत माफिया के हमले में बलवीर पुत्र जगराम घायल है।
राष्ट्रीय घडि़याल सेंक्चुरी चंबल नदी से अटेर विधानसभा में कनैरा, कच्छपुरा, चैम्हो, खेराट, अटेर, खिपौना, रमा, बिजौरा चिलोंगा, दिन्नपुरा, ज्ञानपुरा, सांकरी, थोना गांव में चंबल नदी से रेत का उत्खनन किया जाता है। ऐसा नहीं है कि चंबल से रेत के उत्खनन की जानकारी पुलिस को नहीं है, लेकिन अब तक प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई है। यही वजह है चंबल नदी से रेत माफिया खुलेआम मजदूरों के जरिए ट्रैक्टर-ट्रॉली में रेत भरकर निकालते हैं। इसी रेत को नदी से निकालने के बाद गांव के आसपास एकत्रित किया जाता है फिर ट्रकों में भरकर बाहर भेज दिया जाता हैं।
चंबल नदी से रेत उत्खनन रोकने पर घडि़याल सेंक्चुरी की टीम पर 3 बार हमला हो चुका है। एक बार हमले में तत्कालीन रेंजर सुखदेव बाबू अरोरा और उनकी टीम पर जानलेवा हमला हुआ था। इससे पहले अटेर में वन चैकी पर रेत माफिया ने हमला कर सेंक्चुरी की टीम से मारपीट की थी और अटेर तिराहा पर चेकिंग के लिए लगे सेंक्चुरी के जवानों पर हमला हुआ था।
अटेर के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस इन्द्रवीर सिंह भदौरिया ने आज यहां बताया कि मघारा गांव में रेत के मामले को लेकर फायरिंग हुई है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रेत का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ और सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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