इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में गुरुवार की देर शाम नए रेलवे ट्रैक की टेस्टिंग के दौरान दसवीं की दो छात्राएं ट्रेन की चपेट में आ गईं और दोनों की ही मौत हो गई। वहीं घटना के बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की जांच के आदेश दिए है।
वहीं कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनके साथ दुख साझा किया। साथ ही मृत बच्चियों के के भाई बहनों के एजुकेशन का खर्चा खुद उठाने की बात कही है। उन्होंने घटना को लेकर रेलवे अधिकारियों को दोषी ठहराया है।
बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के द्वारा रतलाम DRM को घटना की जांच के निर्देश दिए गए है। कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने घटना की जांच की मांग की थी। कल ट्रैक पार करते समय दो छात्राओं की मौत हो गई थी, जबकि एक गंभीर घायल है जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक, सैटेलाइट जंक्शन के पास जिस ट्रैक पर यह घटना हुई, वहां पहली बार ट्रेन ट्रैक का ट्रायल लेने निकली थी। इस दौरान राधिका और साधना कोचिंग क्लासेस से अपने घर लौट रही थी। दोनों ट्रैक पर चल रही थी। इसी दौरान ट्रायल ट्रेन ट्रेक पर दौड़ पड़ी। इंजन की टक्कर से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
इधर घटना के बाद कैबिनेट मंत्री तुलसी ने मृत बच्चियों के परिजनों से मुलाकात कर जमीन में बैठकर उनसे चर्चा की और उनका दुख बांटा। इस दौरान उन्होंने एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी और साथ ही खुद के खर्चे से मृत बच्चियों के भाई-बहनों को पढ़ाने की बात कही। वहीं दोषी रेलवे अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात भी उन्होंने कही है।
पहले कभी नहीं गुजरी इस ट्रैक से ट्रेन
हादसे के बाद दोनों छात्राओं के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिवारों का कहना है कि जिस ट्रैक को छात्राएं क्रॉस कर रही थीं, वहां से इसके पहले कभी कोई ट्रेन नहीं गुजरी है, इसलिए छात्राएं उसे पार कर रही थीं।