ग्वालियर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलकर अन्याय के खिलाफ क्षत्रिय समाज मैदान में आकर लड़ाई लड़े। प्रजातंत्र में भी अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ने का वातावरण बनाएं और कोई सरकार यह समझे की हमारा कब्जा है तो यह समाज घुटने टिकवाना जानता है।
श्री सिंधिया सोमवार को जी.वाय.एम.सी. मैदान पर अखिल भारतीय युवा क्षत्रिय महासभा द्वारा आयोजित दशहरा मिलन समारोह में मुख्य अतिथि की आंसदी से बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संत कृपाल सिंह महाराज ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में वृंदावन सिंह सिकरवार, डाॅ. ए.पी.एस. चैहान, डाॅ. सतीश सिंह सिकरवार, पूर्व विधायक प्रद्युमन सिंह तोमर, रामवीर सिंह सिकरवार, मोहन सिंह राठौर, शिवपाल सिंह कुशवाह (बड़े भैया), लोकेन्द्र सिंह सिकरवार एवं प्रशांत सिंह परमार शामिल रहे। कार्यक्रम संयोजक मानवेन्द्र सिंह सिकरवार (गांधी), दिनेश राठौर, दीपक सिंह जादौन ने अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया तथा सिंधिया को साफा बांध तलवार भेंट की।
कांग्रेस सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि क्षत्रिय समाज सिद्धांतों व मूल्यों पर आधारित होकर काम करता हैं। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज ने हमेशा अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अस्त्र-शस्त्र से लड़ाई नहीं जीती, बल्कि अहिंसा का रास्ता अपनाकर आजादी की लड़ाई जीती। सिंधिया ने लाल बहादुर शास्त्री का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने नारा दिया जय जवान, जय किसान। मगर आज किसान व नौजवान परेशान हैं। उन्होंने डाॅ. अम्बेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि डाॅ. अम्बेडकर जी ने मंत्र दिया था, पहले शिक्षित बनों, संगठित हो और अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करें। आज उनके द्वारा कहीं गई बातों पर अमल करने की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि समाज का तकाजा हैं कि परिवर्तन लाने के लिए मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि परिवर्तन की दिशा व दशा तय करेगा।
इस मौके पर संत कृपाल सिंह महाराज ने कहा कि गरीब की मदद करना इबादत हैं, हमें आपस में नफरत नहीं करनी चाहिए। कार्यक्रम में वृन्दावन सिंह सिकरवार ने कहा कि भगवान के बाद अगर कोई मेरा भगवान है तो महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। लोग कुछ भी कहते रहें, हमारे पूर्वजों एवं क्षत्रिय समाज के लोग सिंधिया की सेना के सिपाही रहे हैं, नमक खाया हैं, आज हम भी उनके सिपाही हैं। पारिवारिक संबंध है और रहेंगे। कीचड़ उछालने वाले लोग अपनी हैसियत देखें, तब बात करें। सिकरवार के कहा कि गरीबों की मदद करने की प्रेरणा मुझे कै. महाराज माधवराव सिंधिया एवं महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिली हैं।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर, शिवपाल सिंह कुशवाह (बड़े भैया), मानवेन्द्र सिंह सिकरवार (गांधी), रवि प्रताप सिंह भदौरिया आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन महेन्द्र शुक्ला एवं स्वागत भाषण रवि प्रताप सिंह भदौरिया तथा श्याम सिंह चौहान ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में ए.पी.एस. चैहान, सुरेन्द्र सिंह तोमर, लोकेन्द्र सिंह सिकरवार, सुनील शर्मा, कृष्णराव दीक्षित आदि मौजूद थे।