मुरैना। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना के सबलगढ़ में तैनात हेमंत सिंह सिसौदिया ने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुन उनके सरकारी आवास पर तैनात कर्मचारी अंदर पहुंचा तो कमरे में एसडीओपी सिसौदिया खून से लथपथ मिले, उनकी मृत्यु हो चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और प्रारंभिक छानबीन के बाद मर्ग कायम कर बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मामले की छानबीन करने मुरैना के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह भी मौके पर पहुंचे गए है।
मुरैना के सबलगढ़ में तैनात एसडीओपी हेमंत सिंह सिसौदिया ने आज रविवार दोपहर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उनके आत्म हत्या की खबर मिलते ही पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया। सिसौदिया बीते 2 साल से सबलगढ़ में पदस्थ थे, और सरकारी आवास में रहते थे।
मध्यप्रदेश के गुना के मूल निवासी सिसौदिया की फैमिली होम टाउन में ही रहती है। सरकारी आवास पर अकेले ही थे। सुबह आवास पर तैनात घरेलू कर्मचारी घर गए तब तक सब ठीकठाक था। उनके डोमेस्टिक असिस्टेंट ने बताया कि साहब ने नहाने जाने के लिए कहा था तो वह बाहर चला गया।
थोड़ी देर बाद अचानक गोली चलने की आवाज आई। बंगले के बाहर तैनात कर्मचारी दौड़कर आया तो कमरे में एसडीओपी सिसौदिया की खून से लथपथ बॉडी बेड पर मिली। कर्मचारी ने लोकल पुलिस स्टेशन को सूचना दी तो हड़कंप मच गया। तत्काल पुलिस टीम मौके पर पहुंची, प्रारंभिक छानबीन के बाद मर्ग कायम किया और इसके बाद एसडीओपी की बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
इसी दौरान मुरैना से पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह भी सबलगढ़ पहुंचे। उनके पीछे ही चंबलरेंज के आईजी और डीआईजी भी सबलगढ़ पहुंच गए। सीनियर ऑफिसर्स ने जांच कर रहे अफसरों से मामले की जानकारी ली और खुद भी मौके का मुआयना किया।
सिसौदिया ने आत्महत्या क्यों की इसकी वजह अब तक नहीं जानी जा सकी है। पुलिस तलाश कर रही है कि उन्होंने कोई सुसाइड नोट छोड़ा है या नहीं, उनके सेलफोन और कॉल डिटेल भी खंगाले जा रहे हैं।
एसडीओपी सिसोदिया बीते दो साल से सबलगढ़ में पदस्थ थे और सबलगढ़ में एसडीओपी के लिए बने सरकारी आवास में रहते थे। 2 महीने पहले उनका ट्रांसफर चंबल के डीआईजी के ऑफिस में हुआ था, लेकिन जारी साल के आखिर में रिटायरमेंट तय होने के आधार पर कोर्ट से स्टे लेकर सबलगढ़ में ही बने हुए थे।