मुरैना । मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना जिले का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। यह उपलब्धि मुरैना जिले को अंबाह में आयोजित श्रीमद देवी भागवत के भंडारा कार्यक्रम में मिली है। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह की मौजूदगी में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) किशोर सिंह भदौरिया को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने कल प्रमाण-पत्र भेंट किया। इसके बाद सेवानिवृत्त हुए एसडीओपी भदौरिया को भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम में संत माखन दास महाराज व संत बालकदास महाराज मौजूद रहे।
रिटायरमेंट से पहले एसडीओपी भदौरिया ने नगर में श्रीमद देवी भागवत का आयोजन कराया। जिसका समापन कल विशाल भंडारे के साथ किया गया। पचासा मैदान पर आयोजित इस भंडारे में 21 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने भोजन किया। इसके अलावा श्रद्धालु भी शामिल हुए। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मैंने कई आयोजनों में भाग लिया है। लेकिन यह एसडीओपी का यह विदाई समारोह वाकई भव्य है क्योंकि श्रीमद देवी भागवत के आयोजन के जरिए विदाई दी जा रही है और जिले को वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की उपलब्धि भी मिली है। उन्होंने लोगों से अपील की, कि लोग दशहरा पर बुराइयों का विनाश करने का भी संकल्प लें। वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की उपलब्धि जिले को उस समय मिली जब भण्डारे के दौरान छात्र-छात्राओं ने एक साथ भोजन ग्रहण किया। पचासा मैदान पर 16 टाटपट्टियां बिछाकर उन पर 32 लाइनों में बच्चों को बिठाया गया था। एक लाइन में तकरीबन 300 बच्चे बैठे थे। इस तरह 9600 से बच्चों ने एक साथ भंडारा ग्रहण किया। इस संख्या को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। जिसका प्रमाण पत्र टीम के पदाधिकारी संतोष अग्रवाल ने मौके पर ही एसडीओपी किशोर सिंह भदौरिया को प्रदान किया।
कार्यक्रम में मौजूद स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि वह खुद भी पुलिस महकमे में रहे हैं। इसलिए आज एसडीओपी का सम्मान देखकर वह खुद गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त होने के बाद अब वह भाजपा को अपनी सेवाएं दें। उन्होंने कहा कि वह डीजीपी से भी बात करेंगे कि पुलिस की ट्रेनिंग में किशोर सिहं भदौरिया को मौका दिया जाए जिससे वह ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं को अपने अनुभव बता सकें।