उज्जैन: डॉ. मोहन यादव ने कल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने पहली कैबिनेट के दौरान कई महत्वपूर्ण आदेश जारी किए थे. जिसमें से एक अवैध रूप से मांस मटन की खुले में बिक्री पर प्रतिबंध व एक ध्वनि विस्तारक यंत्रों का नियमों का उल्लघन करते हुए उपयोग करने पर प्रतिबंध के निर्देश.

बता दें कि सीएम के आदेश के बाद अवैध रूप से संचालित होने वाली मांस-मटन की दुकानों को चिन्हित कर उन्हें हटाने के लिए दोपहर 3 बजे से पहले हटाने की घोषणा की गई थी. जिस दुकानदार ने निगम की चेतावनी को दरकिनार किया. उसके यहां नगर निगम की टीम दोपहर 3:00 के बाद पहुंची और तमाम अवैध गुमटियों को ध्वस्त करने की कार्रवाई की. सबसे पहले नगर निगम ने नागझिरि थाना क्षेत्र में कार्रवाई की. निगम के अतिक्रमण गैग प्रभारी ने जानकारी दी कि निगम आज मक्सी मार्ग और शास्त्री मैदान के आस पास भी कार्रवाई करेगी.

आपको बता दें कि सीएम बनते ही मोहन यादव ने राज्य के सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का फैसला लिया था. गृह विभाग ने आदेश जारी कर कहा कि अनियमित और अनियंत्रित लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा. नियमित एवं नियंत्रित (अनुमत डेसीबल) उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा. साथ ही खुले में मांस बिक्री पर सरकार के रोक लगाने का भी फैसला लिया गया.

वहीं, कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने कहा कि लाउडस्पीकर और मांस की खुली बिक्री पर सरकार का प्रतिबंध मुख्यमंत्री का एजेंडा नहीं है, यह आरएसएस का एजेंडा है. सबसे पहले इसकी शुरुआत महाकाल से होनी चाहिए जहां भक्तों से लिया जाने वाला शुल्क बंद किया जाना चाहिए. इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि फैसले से सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे.