भोपाल: मध्य प्रदेश में अब शिव ‘राज’ खत्म होकर मोहन राज की शुरुआत हो चुकी है. बुधवार को मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. उनके साथ में दो डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने भी शपथ ली. शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बीजेपी का पूरा कुनबा मौजूद था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 11 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे.

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. वहीं शपथ ग्रहण समारोह में मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से भारी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी पहुंचे थे, जिसमें लाडली बहनें भी थीं. हालांकि कई लाडली बहनों के चेहरे पर उदासी दिखी, वजह उनके मामा को इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया. भोपाल के रोशनपुरा की रहने वाली दुलारी देवी भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहुंची थीं, लेकिन शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री न बनाए जाने से वह नाराज थीं.

मीडिया से बातचीत में दुलारी देवी फूट-फूट कर रोती नजर आईं. उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए, महिलाओं के लिए और मध्य प्रदेश के हर एक व्यक्ति के लिए मामा शिवराज सिंह चौहान ने बहुत अच्छे काम किए हैं. हमने शिवराज सिंह चौहान को देखकर ही बीजेपी को वोट किया था. हम भला उन्हें कैसे भूल जाएं? दुलारी ने कहा कि उन्हें आज शपथ ग्रहण समारोह के कार्यक्रम स्थल पर नहीं जाने दिया गया, जबकि पहले ऐसा नहीं होता था.

दुलारी ने कहा कि मामा शिवराज सिंह चौहान के समय हम लोगों को बड़े सम्मान के साथ शपथ ग्रहण समारोह के कार्यक्रम स्थल पर भेजा जाता था. आज न जानें कितनी लाडली बहनें बाहर ही खड़ी रहीं. उनको पूछने वाला कोई नहीं था. वहीं कार्यक्रम की व्यवस्था को लेकर अन्य लाडली बहनों में इसको लेकर नाराजगी भी देखने को मिली.