भोपाल। चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर मध्य प्रदेश तक देखा जा सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के मुताबिक तूफान का असर खासतौर पर मध्यप्रदेश के पूर्वोत्तर हिस्से पर देखा जा सकता है। रीवा, शहडोल और जबलपुर संभागों के जिलों में बारिश की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई इलाकों में जोरदार बारिश हो सकती है। तूफान मिचौंग का प्रभाव दो दिनों तक रह सकता है। फिलहाल, राजधानी भोपाल सहित समूचे मध्य प्रदेश में आसमान में बादल छाए हुए हैं। इसकी वजह से ठंड बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वैज्ञानिकों ने बताया कि चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव के कारण पूरे प्रदेश में बादलों की आवाजाही देखी जा रही है। कुछ जगहों पर कोहरे की समस्या देखी जा सकती है। आसमान के साफ होने के बाद ठंड में भी इजाफा होने की संभावना है। अगले 24 घंटे की बात करें तो पूर्वी मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
वहीं मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में मौजूद है। वहीं एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिणपूर्व अरब सागर पर केंद्रित है। साथ ही चक्रवात मिचौंग एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तब्दील हो गया है। इसके प्रभाव से तटीय आंध्र प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। कुछ जगहों पर भारी से ज्यादा भारी बारिश की संभावना है।