दमोह मध्य प्रदेश में बीएसपी की एकमात्र दबंग विधायक रामबाई परिहार की 5 सालों में न केवल संपत्ति बढ़ी है, बल्कि उनकी शैक्षणिक योग्यता में भी इजाफा हुआ है. राम बाई परिहार ग्रहणी पांच साल में गृहणी से एक कंपनी की शेयर होल्डर भी बन चुकी हैं. वहीं, उनके खिलाफ विधायक के कार्यकाल के दौरान कई मुकदमे भी दर्ज हुए हैं.

यहां बताते चलें कि साल 2018 में दमोह जिले की पथरिया विधानसभा सीट से बसपा की विधायक बनीं रामबाई की चल-अचल संपत्ति में बेहिसाब बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने साल 2018 के चुनाव में नामांकन फॉर्म के साथ जो ब्योरा दिया था, उनमें वे गृहिणी थीं.अब 2023 के चुनाव के नामांकन के लिए दिए हलफनामे के मुताबिक अब वह कृषक-व्यवसायी हो गई हैं. 2018 के पहले राम बाई कक्षा चौथी तक पढ़ीं थीं. अब वे दसवीं पास हो चुकी हैं. इसी साल उन्होंने बारहवीं का एग्जाम भी दिया था. हलफनामे के अनुसार राम बाई परिहार एक फर्म में शेयर होल्डर भी हैं.

5 साल में लगभग 1 करोड़ की चल संपत्ति बढ़ी
गौरतलब है कि साल 2018 में रामबाई की चल संपत्ति 30.30 लाख रुपए थी, जो अब बढ़कर 1.29 करोड़ रुपए की हो गई है. इसी तरह अचल संपत्ति साल 2018 में 35 लाख रुपए थी,जो अब बढ़कर 93 लाख रुपए हो चुकी है.साल 2018 में रामबाई की चल संपत्ति 30.30 लाख रुपए थी, जो अब बढ़कर 1.29 करोड़ रुपए की हो गई है. इसी तरह अचल संपत्ति साल 2018 में 35 लाख रुपए थी,जो अब बढ़कर 93 लाख रुपए हो चुकी है.रामबाई के खिलाफ कलेक्टर से विवाद, पथरिया अस्पताल और बटियागढ़ कृषि उपज मंडी में विवाद तथा बिजली कंपनी में प्रदर्शन से जुड़े चार आपराधिक मामले भी दर्ज है.
लखन पटेल 2300 मतों से पराजित किया था
बहुजन समाज पार्टी ने एक बार फिर पथरिया सीट से राम भाई परिहार को अपना उम्मीदवार बनाया है.वही उनके खिलाफ बीजेपी ने अपने पुराने चेहरे लखन पटेल पर एक बार फिर भरोसा जताया है. कांग्रेस ने पिछले चुनाव में पार्टी से बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले राव ब्रजेन्द्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनाव में बसपा की रामबाई सिंह परिहार ने बीजेपी के लखन पटेल 2300 मतों से पराजित किया था. निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले राव ब्रजेन्द्र सिंह तीसरे और कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार गौरव पटेल चौथे स्थान पर रहे.