ग्वालियर। श्रीमद् भागवत् कथा में आज रूक्मणि विवाह हुआ, गाजे-बाजे के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बारात निकली। फूलो की वर्षा की गई और भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से कथा स्थल गूंज गया।
फूलबाग मैदान पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में वेद व्यास का पूजन और कथा वाचक श्री श्री 1008 महंत महामण्डलेश्वर प्रज्ञा भारती का साफा पहनकार न्यास के संरक्षक एवं स्वागाध्यक्ष डाॅ. सतीष सिंह सिकरवार ने सम्मान किया। इस मौके पर मुख्य संरक्षक वृन्दावन सिंह सिकरवार, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रेमसिंह भदौरिया, पं. विजय कब्जू, डाॅ. राम पाण्डे एवं सुनील जैन मौजूद रहे। गोवा से आए व्यवसायी दया प्रसाद तिवारी ने सुश्री भारती का शाॅल-श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। सुश्री प्रज्ञा भारती ने कई भजन सुनाए, जिस पर महिला, पुरूश व बच्चे खूब नाचे। उन्होनें कथा में गिर्राज पर्वत की महिमा का विस्तार से वर्णन करते हुए श्रीकृष्ण भगवान द्वारा पर्वत उठाए जाने की कथा सुनाई। उन्होनें कहा कि प्रभु के साक्षात् दर्शन ही प्रसाद की प्राप्ति हैं। ईश्वर से डरो, दुनिया से मत डरो, झूट मत बोलो आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे। गीत ‘जीवन तेरे हवाले, मुरलिया वाले’ पर भक्तगण खूब नाचे।
गाजे-बाजे के साथ रूक्मणि विवाह हुआ और भक्तजन भगवान श्रीकृष्ण के बाराती बने। मन मोहने वाला यह दृश्य देख भक्तगण जय श्रीकृष्ण के जयकारे लगा रहे थे, पुष्प बरसा रहे थे। सुश्री प्रज्ञा भारती ने रूक्मणि विवाह का विस्तार से श्रवण कराया। कथा में नवीन सक्सेना, अवधेश कौरव, अशोक प्रधान, विजय बहादुर त्यागी, सुरेश प्रजापति, श्रीमती संगीता जौहरी, रक्षा तिवारी, विकास पाराशर, एल.एन. मिश्रा, आयुषी सिंघल, एल.एन.रिछारिया, रामगोपाल बंसल, दिवाकर पचैरी, बिट्टू, अनिल शर्मा, श्रीमती ज्योति कब्जू, रश्मि पुरोहित, अनीता रिछारिया, रजनी भदौरिया, अंजू जैन, श्रीमती विनती शर्मा एवं रेखा धौलाखण्डी आशुतोष शर्मा, अखण्ड प्रताप सिंह सिकरवार मुख्य रूप से उपस्थित थे।