अक्सर लोग देर रात तक मोबाइल और टीवी देखते है, लेकिन क्या आपको पता है कि आप ऐसा करके अपनी मौत को ही दावत दे रहे हैं, अगर नहीं तो पढ़िए पूरी खबर…
दरअसल ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि रात में जागने वाले लोगों के ऊपर जल्दी मौत का खतरा मंडरा रहा है. कई सारी स्टडीज़ में यह दावा किया गया है कि रात में जागना कई बीमारियों को दावत देने जैसा है.
स्टडी में यह भी कहा गया है कि जिन लोगों को रात में जागने की आदत होती है, उन लोगों में कम उम्र में ही मौत होने का जोखिम रहता है.
एक्सपर्ट्स ने उन वजहों को भी खोज लिया है, जिनकी वजह से रात में जागने वाले लोगों की जीवन के कीमती साल कम हो सकते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि दिन के मुकाबले रात में जागने वाले लोग स्मोकिंग और शराब का नशा बहुत ज्यादा करते हैं, जो शरीर के लिए अधिक घातक साबित होता है.
डेटा से खुला मौत का राज
रिसर्चर्स ने लगभग 23,000 जुड़वा बच्चों के डेटा को देखने के बाद ये बात कही है. इन सभी जुड़वा बच्चों ने 1981 से 2018 तक फिनिश ट्विन कोहोर्ट स्टडी में हिस्सा लिया था. इसमें से 8,728 लोगों की मौत हुई.
जब मौत के डेटा का विश्लेषण किया गया, तो हैरान करने वाली जानकारी मिली. पता चला कि जो लोग सुबह जल्दी उठते हैं, उनके मुकाबले रात में जागने वाले लोगों के मरने की संभावना 9 फीसदी ज्यादा है.
हालांकि, इस स्टडी में एक राहत वाली बात भी बताई गई है. रात में जागने वाले जो लोग नशा नहीं करते हैं, उनके ऊपर इस तरह जल्दी मरने का खतरा नहीं है. मगर देर रात तक जागकर शराब पीने वाले लोगों की मौत की वजह से नशा ही रही है.
स्टडी के लेखक ने क्या कहा?
फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में मौजूद फिनिश इंस्टीट्यूट ऑफ ऑक्यूपेशनल हेल्थ मौजूद हैं. यहां के क्रिस्टर हब्लिन ने इस स्टडी को लिखा है.
उन्होंने एक बयान में कहा कि रात तक जागने वाले व्यक्ति में मौत का खतरा मुख्य तौर तभी बढ़ता है, जब वह तंबाकू और शराब का बड़ी मात्रा में सेवन करता है. इस स्टडी को ‘क्रोनोबायोलॉजी इंटरनेशनल: द जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल एंड मेडिकल रिदम रिसर्च’ में छापा गया है.