भोपाल। मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच जारी तनातनी के बाद अब दोनों ही दलों द्वारा नरम रूख इख्तियार किया जा रहा है। कल सपा और कांग्रेस के बीच बैठक हुई है। जो काफी सकारत्मक रहीं। माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में दोनों दलों के बीच कुछ सीटों पर गठबंधन हो सकता है। सपा ने मध्यप्रदेश में सात सीटें मांगी थी, लेकिन कांग्रेस ने एक भी सीट देने से इंकार कर दिया। इसी के चलते दोनों दलों के बीच मतभेत गहरा गए थे।

अखिलेश रूठे तो कांग्रेस को नुकसान
मध्यप्रदेश में यदि अखिलेश रूठे तो समाजवादी पार्टी से कांग्रेस को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। मध्यप्रदेश में गठबंधन नहीं करने और कमलनाथ (Kamalnath) द्वारा अखिलेश पर तंज कसने से समाजवादी पार्टी बेहद नाराज है और अपने तीन दर्जन सीट पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। मध्यप्रदेश की 185 किलोमीटर लंबी सीमा उत्तर प्रदेश से लगती है। इसके साथ प्रदेश में यादव मतदाताओं की तादाद भी 12 से 14 फीसदी तक है।