भोपाल, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. जैसे-जैसे वोटिंग की डेट करीब आ रही है, वैसे ही चुनावी सरगर्मी तेज होती जा रहा है. इसी क्रम में बीजेपी ने आज 92 कैंडिडेट की 5वीं लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी ने कुल 230 में से 228 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतार दिए हैं. पांचवीं लिस्ट में 3 मंत्री और 29 विधायकों के टिकट पर कैंची चल गई है. इसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर-3 से वर्तमान विधायक आकाश विजयवर्गीय का नाम भी शामिल हैं.

बीजेपी की पांचवीं लिस्ट में मेहगांव से मंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काटा गया है. वहीं, बालाघाट से मंत्री गौरीशंकर बिसेन के टिकट पर भी पार्टी ने कैंची चला दी है. हालांकि गौरीशंकर की जगह उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट दिया गया है. साथ ही मध्य प्रदेश की खेल मंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया का शिवपुरी से टिकट काटा गया है.

संजीव सिंह कुशवाह का क्यों कटा टिकट?
वहीं, पटवारी भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले से विवादों में आए विधायक संजीव सिंह कुशवाह का टिकट कटा है, तो वहीं बसपा से बीजेपी जॉइन करने वाले विधायक संजीव सिंह कुशवाह की जगह बीजेपी ने पूर्व विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह को टिकट दिया है. संजीव सिंह कुशवाह के ग्वालियर स्थित कॉलेज में से टॉपर निकलने के बाद पटवारी भर्ती परीक्षा विवादों में आ गई थी, जिसके बाद नतीजों पर रोक लगा दी गई थी.

12 महिलाओं पर जताया भरोसा
इस लिस्ट में 12 महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, इनमें ग्वालियर पूर्व से राज्य की पूर्व मंत्री माया सिंह और बुरहानपुर विधानसभा सीट से अर्चना चिटनीस शामिल हैं. जबकि निवर्तमान मंत्री उषा ठाकुर को महू सीट से फिर से उम्मीदवार बनाया गया है.

ज्योतिरादित्य के वफादार पर भरोसा
इस लिस्ट में प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मंत्री जयंत मलैया, एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार महेंद्र सिंह सिसौदिया शामिल हैं. जयंत मलैया 2018 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी से हार गए थे. लोधी के कांग्रेस से इस्तीफे और उसके बाद भाजपा में शामिल होने के कारण हुए 2020 के उपचुनाव में मलैया को टिकट नहीं दिया गया था. भाजपा में शामिल होने के बाद लोधी 2020 का उपचुनाव हार गए थे. सुरेंद्र पटवा को रायसेन जिले के भोजपुर से और सिसौदिया को गुना जिले के बमोरी से फिर से मैदान में उतारा गया है.

पूर्व मंत्रियों को भी मैदान में उतारा
बीजेपी ने 5वीं लिस्ट में कुछ पूर्व मंत्रियों पर भी भरोसा जताया है. इसमें ग्वालियर पूर्व से माया सिंह को, ग्वालियर साउथ से नारायण सिंह कुशवाह को, दमोह से जयंत मलैया, बुरहानपुर से अर्चना चिटनिस, इंदौर-5 सीट से महेंद्र हार्डिया, सेंधवा से अतर सिंह आर्य और शमशाबाद से पार्टी ने सूर्य प्रकाश मीणा को मैदान में उतार है.

कमलनाथ का बीजेपी पर तंज
बीजेपी की 5वीं लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ट्वीट किया कि भारतीय जनता पार्टी की पांचवीं लिस्ट ने साफ कर दिया है कि बीजेपी नेतृत्वहीन होने के साथ ही दिशाहीन भी हो चुकी है. पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, बल्कि हार का ठीकरा फोड़ने के लिए कुछ पुराने और नए नाम सामने कर दिए हैं. अब न भाजपा के पास मुख्यमंत्री का चेहरा है और ना ही विधायकों का चेहरा. जनता के सामने 18 साल का कुशासन है और जनता उसे खारिज करने के लिए कमर कस चुकी है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में बहुत हद तक कांग्रेस और भाजपा दोनों के अधिकांश प्रत्याशी सामने आ चुके हैं. कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को पूरी लगन और मेहनत से चुनावी समर में उतरना है और भाजपा की इस मन से हारी हुई टीम को औपचारिक रूप से EVM के अंदर भी हरा देना है.