ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड जिले की गोहद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक माखनलाल जाटव हत्याकांड में आरोपी बने प्रदेश सरकार के सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य को राहत मिलती नजर आ रही है। कल भिण्ड जिला न्यायालय के विशेष न्यायाधीश योगेश कुमार गुप्ता के न्यायालय में कांग्रेस विधायक माखन लाल जाटव के पुत्र अरविंद जाटव और ससुर श्रीपाल ने अपने बयान पलट दिए हैं। अब इस मामले में अगली सुनवाई छह अक्टूबर को होगी। वहीं मंत्री लालसिंह आर्य के पेश न होने पर न्यायालय ने उनका पुनः 25 हजार रुपए का जमानती वारंट जारी कर दिया। इधर मंत्री लाल सिंह आर्य के वकील अवधेश सिंह कुशवाह ने उनकी अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में आवेदन लगाया है। इस पर सुनवाई 26 सितंबर को होगी।
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान 13 अप्रैल 2009 को विधायक माखनलाल जाटव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सीबीआई ने जांच के बाद मंत्री लाल सिंह आर्य को क्लीनचिट दे दी थी। इस पर विधायक माखनलाल जाटव के बडे पुत्र रणवीर ने मंत्री लालसिंह आर्य को आरोपी बनाए जाने के लिए धारा 319 के तहत भिण्ड न्यायालय के विशेष न्यायाधीश योगेश कुमार गुप्ता के न्यायालय में आवेदन दिया था। जिस पर मंत्री लालसिंह आर्य को 24 अगस्त 2017 को हत्या का आरोपी बनाते हुए 25 हजार का जमानती वारंट जारी कर 14 सितम्बर को न्यायालय में पेश होने को कहा था।
रणवीर जाटव के वकील रामप्रताप सिंह कुशवाह ने बताया कि न्यायालय के सम्मुख गवाही पलटने के बाद अरविंद जाटव और श्रीपाल को भारतीय दण्ड संविधान की धारा 340 के तहत मुल्जिम बनाने के लिए न्यायालय में आवेदन लगाएंगे।
हत्याकांड में आरोपी मंत्री लाल सिंह आर्य ने पुनः हाईकोर्ट में रिट दायर की है। इस पर सुनवाई 25 सितंबर को है। इधर मंत्री लालसिंह आर्य कल भिण्ड में विशेष न्यायाधीश योगेश कुमार गुप्ता के न्यायालय में पेश नहीं हुए। उनके वकील अवधेश सिंह कुशवाह ने अग्रिम जमानत आवेदन लगाया है।
अरविंद जाटव ने पुलिस थाना में लिखित में आवेदन दिया था कि पिता माखनलाल जाटव की हत्या के समय वे उनके साथ गाड़ी में पीछे बैठे थे। लाल सिंह आर्य ने वहां आकर लोगों से कहा कि इसे गोली मार दो बचना नहीं चाहिए। लेकिन आज उन्होंने न्यायालय में बयान दिए कि हत्या के समय वे ग्वालियर में थे।
रणवीर जाटव के वकील रामप्रताप ने बताया कि विधायक माखनलाल जाटव की पत्नी शीला जाटव पहले ही गवाहों के पलटने की शंका जाहिर कर चुकी थी। करीब 20 दिन पहले उन्होंने हाईकोर्ट जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश और जिला एवं सत्र न्यायाधीश भिंड को आवेदन देकर बताया था कि उनके दोनों बेटे (रणवीर और अरविंद) की मंत्री लाल सिंह आर्य से नजदीकियां बढ़ गई है। लेकिन वे अपने पति के हत्यारों को सजा दिलाना चाहती है। हालांकि बाद में वे खुद बयान से पलट गईं।
वहीं माखनलाल जाटव के ससुर श्रीपाल ने भी पुलिस को बयान दिए थे कि विधायक माखन जाटव की हत्या के समय वे भी उनके साथ थे और लाल सिंह आर्य के कहने पर ही माखनलाल जाटव को गोली मारी गई थी। लेकिन आज उन्होंने बयान दिए कि उन्हें इस मामले में कुछ नहीं मालूम है।

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