भोपाल । मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अब तक उम्मीदवारों की चार लिस्ट जारी कर दी है। अभी तक भाजपा ने 136 कैंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में भाजपा नेता और मैहर विधानसभा सीट से विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। नारायण त्रिपाठी ने भाजपा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
जानकारी के मुताबिक, विधायक नारायण त्रिपाठी ने पार्टी का सम्मान करते हुए इस्तीफा दिया है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं और उन्हें कांग्रेस की तरफ से टिकट भी दिया जा सकता है। बता दें कि साल 2018 के चुनाव में नारायण त्रिपाठी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के श्रीकांत चतुर्वेदी को 2,984 वोटों से हराया था।
नारायण त्रिपाठी ने भाजपा छोड़ी
मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधानसभा और भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को इस्तीफा भेजा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को भी त्यागपत्र भेजा है।
पार्टी का सम्मान करते हुए इस्तीफा दिया: नारायण त्रिपाठी
पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद नारायण त्रिपाठी ने कहा-आगे की रणनीति जल्द बनेगी, पार्टी का सम्मान करते हुए इस्तीफा दिया।
नारायण त्रिपाठी के बारे में:-
- -सपा से शुरू किया था विधायकी का सफर, फिर थामा था कांग्रेस का हाथ और बने थे दूसरी बार विधायक
- – इसके बाद 2015 के उपचुनाव में बीजेपी के टिकट से लड़े और जीते और 2018 विधानसभा चुनाव में दोबारा बीजेपी के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे
- – पिछले 2-3 साल से लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे थे और अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर थे
- – इस बार बीजेपी ने नारायण त्रिपाठी का टिकट काट कर श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है जिन्हें सिंधिया समर्थक कहा जाता है.