भोपाल । पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथने कहा कि भाजपा ऐसा दल है जो शिखर नेतृत्व को शून्य कर देता है । भाजपा के असंभव को संभव करने वाले बयान पर तंज कसा और कहा कि राज्य की जनता शिखर को शून्य पर ले जाएगी।

कमलनाथ ने एक्स पर कहा, भाजपा की कथनी-करनी में सिर्फ फर्क नहीं बल्कि विरोधाभास भी है। ये एक विरोधाभास ही तो है कि मप्र भाजपा लिख रही है कि “असंभव को संभव और शून्य को शिखर बनाने का नाम ’भाजपा’ है। जबकि बात और हालात ठीक इसके विपरीत हैं।

कमलनाथ ने आगे कहा, 18 साल के शासनकाल में यदि भाजपा चाहती तो मप्र के विकास को ‘संभव’ कर सकती थी लेकिन भ्रष्टाचार की लिप्तता में व्यस्त रहने की वजह से भाजपा के लिए ऐसा करना असंभव ही रहा। शायद इसीलिए भाजपा ने हालातों को भाँपते हुए और जनता के आक्रोश को समझते हुए अपने ‘शिखर’ नेतृत्व को इस चुनाव में ‘शून्य’ कर दिया है।

उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री के मंच पर उपस्थित होते हुए भी किसी को उनका नाम लेने तक की याद नहीं आती, उनके काम की बात करना तो बहुत दूर की बात है। तो फिर ऐसा तथाकथित शिखर किस काम का जो दिखाई न दे। इस विधानसभा चुनाव में मप्र की जनता भाजपा को ‘शिखर से शून्य’ पर ले आयेगी। भाजपा के राजनीतिक शिखर बिखर गये हैं।