भोपाल । भाजपा उम्मीदवारों की चार सूची में अब तक महज तीन विधायकों के टिकट काटे गए हैं, जबकि अब आने वाली बाकी की सूचियों में तीन दर्जन से ज्यादा विधायकों के टिकट काटने की तैयारी हो चुकी है। टिकट कटने के बाद कई क्षेत्रों में हंगामा होने की आशंका भाजपा में हैं, इस डैमेज कंट्रोल को रोकने के लिए एक-दो दिन में पार्टी के नेता रणनीति बनाकर उस पर दो दिन तक काम करेंगे। अगली सूची नवरात्रि में आएंगी। गौरतलब है कि भाजपा के अभी 66 विधायकों के टिकट क्लियर नहीं हुए हैं। जबकि कुल 94 उम्मीदवार घोषित बाकी हैं।
सूत्रों की मानी जाए तो जिन विधायकों के टिकट कटने की संभावना हैं, उन्होंने भोपाल से लेकर दिल्ली तक अपनी दौड़ तेज कर दी है। वे पार्टी के आला नेताओं से संपर्क कर अपना उम्मीदवार फिर से सुनिश्चित करवाने के प्रयास करने में जुटे हुए हैं, लेकिन पार्टी इस बार कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है। इसलिए वह जिन विधायकों की स्थिति ठीक नहीं है उनके टिकट हर हाल में वह काटेगी। यशोधरा राजे सिंधिया पहले से चुनाव लड़ने से इंकार कर चुकी है तो यह साफ हो गया है कि इस बार शिवपुरी से यशोधरा की जगह पर कोई अन्य नेता को पार्टी टिकट देगी।
इसमें से कुछ ऐसे विधायक हैं जिनकी जीत पिछले चुनाव में पांच हजार वोटों से कम हुई थी। जबकि कुछ ऐसे हैं जो परिवार के सदस्य के कारण उनका विरोध हो रहा है। जबकि परिवार वाद को कमजोर करने के लिए दो विधायकों को टिकट इस बार काटे जा रहे हैं। पार्टी के नेताओं को अंदाजा है कि टिकट कटने के बाद कुछ स्थानों पर विधायक के समर्थक हंगामा कर सकते हैं, इस हंगामे को रोकने के लिए पार्टी एक दो दिन में प्रयास तेज कर देगी, ताकि नए उम्मीदवार को विरोध का सामना ना करना पड़े।
इनके टिकट कट सकते हैं
सीताराम विजयपुर, जजपाल सिंह जज्जी अशोक नगर, राकेश गिरी टीकमगढ़, रामखेलावन पटेल अमरपाटन,ओपीएस भदौरिया भिंड, सीतासरन शर्मा होशंगाबाद, सुरेंद्र पटवा भोजपुर, लीना संजय जैन बासौदा, हरी सिंह सप्रे कुरवाई, राजश्री सिंह शमशाबाद, महेश राय बीना, आकाश विजयवर्गीय इंदौर 3, नारायण पटेल मांधाता, राजेश कुमार प्रजापति चंदला, धर्मेंद्र सिंह लोधी जवेरा, नागेंद्र सिंह गुढ़, देवी लाल धाकड़ गरोठ, संजय शाह टिमरनी, श्याम लाल द्विवेदी त्योंथर, शरद कौल ब्यौहारी, सुलोचना रावत जोबट सहित करीब तीन दर्जन विधायकों के टिकट कट सकते हैं।