नीमच । मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में 12 साल की एक मासूम से साथ दरिंदगी की गई है। इस घटना के बाद उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में गुस्सा है। वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश के कई ऐसे भी जिले हैं जहां बेटियों का सौदा किया जाता है। बेटियों का सौदा पैसों के लालच में किया जाता है। नीमच जिले के कई गावों में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाले मामले सामने आए हैं। एक स्टिंग ऑपरेशन में इस बात का खुलासा हुआ है कि कैसे रिश्तेदार पैसों के लिए नाबालिग लड़कियों को बेच देते हैं।
दरअसल, आज तक के एक स्टिंग ऑपरेशन के अनुसार, राज्य के नीमच जिले में बेटियों का सौदा किया जाता है। यहां रिश्तेदार पैसों को लालच में अपनी बहन और बेटियों का सौदा करते हैं। नीमच जिले के कई गांवों में बेटियों के सौदा किया जाता है। स्टिंग ऑपरेशन के अनुसार, नीमच जिले के बरखेड़ी और बरदिया गांव में अपने ही बेटियों का सौदा मोटी रकम में करते हैं।
तीन लाख में बहन का सौदा
स्टिंग के अनुसार, विजय नाम का एक शख्स अपनी बहन का सौदा करना चाहता है। उसने बताया कि एक महीने के लिए उसने अपनी बहन की कीमत तीन लाख रुपए तय की है। उसकी उम्र 16 साल है। उसने बताया कि सौदा करने से पहले एक एंग्रीमेंट लिखा जाता है। इस एग्रीमेंट में यह लिखा जाता है कि बच्ची को कितने दिन के लिए उधार ले रहे हैं। समय पूरा होने के बाद बच्ची को वापस लौटाना पड़ता है। सौदा कोरे कागज या फिर स्टांप पेपर में होता है। इस दौरान बच्ची के साथ कुछ भी करने की छूट होती है।
15 से 16 साल की लड़कियों का होता है सौदा
नीमच जिले के ही बरदिया गांव में एक दलाल ने बेटियों के सौदे को लेकर कई खुलासे किए। दलाल ने बताया कि जिन बेटियों का सौदा किया जाता है उनकी उम्र 15 से 16 साल की होती है। उसने बताया कि बेटियों के रिश्तेदार ही सौदा करते हैं। कई बार सौदा करने वाले में मां-बाप और मौसी भी शामिल होती हैं। ये 1 साल तक के लिए बेटी का सौदा करते हैं। इसके बदले में उन्हें 6 से 7 लाख रुपए तक मिलते हैं।