उज्जैन रेप केस का आरोपी पुलिस धरपकड़ में घायल हो गया है. इसे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. पुलिस जब आरोपी को घटनास्थल पर लेकर गई थी, तब उसने भागने की कोशिश की थी. इस दौरान वह गिर गया और घायल हो गया.12 साल की नाबालिग से रेप के मामले में पुलिस ने इस ऑटो ड्राइवर को गिरफ्तार किया था. इसकी पहचान भारत सोनी के रूप में हुई है. फिलहाल घायल हालत में उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. पूछताछ के लिए 3 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था.
घटनास्थल से भागना चाहता था आरोपी
इस घटना पर महाकाल थाने के पुलिस इंस्पेक्टर अजय वर्मा का बयान भी आया है. वह बोले कि आरोपी को साइबर क्राइम टीम की मदद से पकड़ा गया है. आज हम लोग आरोपी को उस घटनास्थल पर लेकर गए थे जहां दुष्कर्म हुआ था. वहां जब पुलिस अपने काम में लगी थी तब आरोपी ने भागने की कोशिश की. पुलिस ने उसका पीछा किया. आगे आरोपी टक्कर लगने की वजह से गिर गया. वहीं हमारे दो पुलिसवाले भी जख्मी हो गए हैं.
8 किलोमीटर तक अर्धनग्न हालत में भटकती रही नाबालिग
बुधवार को उज्जैन से आई एक तस्वीर ने सबको सन्न कर दिया था. महाकाल के शहर उज्जैन में अर्धनग्न लहूलुहान बेटी ढाई घंटे तक मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन पूरा शहर बुत बना रहा, मानो सबकी सांसें थम गई हों. नाबालिग का वो सीसीटीवी वीडियो उज्जैन के तिरुपति ड्रीम्ज कॉलोनी का था. ये बच्ची दरिंदगी के बाद अर्धनग्न हालत में करीब ढाई घंटे तक भटकती रही. आठ किलोमीटर तक पैदल चली. आखिर में महाकाल थाना इलाके में बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम के पास बच्ची को मदद मिल पाई.
पीड़िता जब पुलिस को मिली, तब वह कुछ कहने की स्थिति में नहीं थी. लेकिन मेडिकल में रेप की पुष्टि हुई थी. पहले लगा कि लड़की यूपी की है. लेकिन बाद में सामने आया कि वह सतना की रहने वाली है, वहां उसके घरवालों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी.
ऑटो ड्राइवर तक कैसे पहुंची पुलिस?
हालात में थोड़ा सुधार होने पर पीड़िता ने बताया था कि वह जीवन खेरी में ऑटो पर बैठी थी. फिर जीवन खेरी से दांडी आश्रम तक के आठ किलोमीटर लंबे मार्ग के तमाम CCTV फुटेज खंगाले गए. और आखिरकर पुलिस ने एक ऑटो ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया. ऑटो पर पुलिस को खून के धब्बे भी मिले थे. उसके तीन साथी ऑटो ड्राइवरों को भी पुलिस ने इस केस के सिलसिले में पकड़ा हुआ है. ऑटो पर मिले खून के धब्बों की फॉरेंसिंक जांच की जा रही है.
मुद्दे पर राजनीति तेज
मध्य प्रदेश में ये चुनावी साल है. शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस इसे चुनावी मुद्दा बनाने में जुटी है. कमलनाथ, दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार को घेरा है. वहीं उज्जैन की वारदात पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग भी एक्शन में आ गया है. आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि सबसे दुखद बात ये है कि बच्ची घंटों मदद मांगती रही लेकिन कोई मदद को सामने नहीं आया.