रीवा: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार (27 सितंबर) को मध्य प्रदेश के रीवा में रैली की. इस दौरान उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में सपा पिछले कई सालों से चुनाव लड़ रही है. मध्य प्रदेश में समाजवादियों ने काम किया है और यहां पर समाजवादी विचारधारा की जरूरत है. यहां बड़े पैमाने पर बेरोजगारी, महंगाई और अन्याय बढ़ा है. हमें उम्मीद है कि इस बार सपा अधिक सीटें जीतेगी.

समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव को देश का चुनाव ही समझें. आपका वोट आने वाले चुनाव के लिए एक मैसेज देगा. बीजेपी के लोग झूठे हैं, जो वादा करते हैं उसे पूरा नहीं करते. कहा गया था कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, लेकिन महंगाई दोगुनी हो गई. आज बीजेपी के राज में बेरोजगारी चरम सीमा पर है. मध्य प्रदेश में बीजेपी इतने सालों से सत्ता में है, लेकिन यहां पर बेरोजगारी के लिए कुछ नहीं किया.

बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग न जानें क्या-क्या प्रचार करते हैं. जैसे ही टीवी पर कुछ समय खाली होता है तो उसपर सिर्फ बीजेपी का ही विज्ञापन चलता है. अखबारों में भी जहां कहीं देखो सिर्फ बीजेपी का ही विज्ञापन चलता है. मध्य प्रदेश में तो ऐसा चल ही रहा है उत्तर प्रदेश में भी चल रहा है.

उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी मंथन कर रही थी कि दिल्ली का चुनाव पहले हो या मध्य प्रदेश का, लेकिन अब तो साफ है कि मध्य प्रदेश का चुनाव ही पहले होगा. पूर्व सीएम ने आगे कहा कि हम अपनी माताएं और बहनों को कहना चाहते हैं कि अगर कोई हमारी मां, बेटी या संगठन की कोई भी पदाधिकारी महिला है और अगर उन्होंने क्षेत्र में काम किया होगा तो समाजवादी पार्टी 20% महिलाओं को टिकट देकर उनको मौका देने का काम करेगी.

अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने फूलन देवी को भी टिकट दिया था. तब हमारा बहुत विरोध हुआ था, लेकिन नेताजी ने सबकी परवाह किए बिना उन्हें टिकट दिया. यहां आकर मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं समाजवादी के गढ़ में आ गया हूं. मध्य प्रदेश की गरीबी का कारण बीजेपी है. सपा चीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है. हमसे लोग कहते है कि पीएम की रेस में आ जाओ, मैं उनसे कहता हूं कि अगर गुजरात से ही प्रधानमंत्री बन रहा होता तो नरेंद्र मोदी को उत्तर प्रदेश आने की जरूरत नहीं पड़ती.

जातिगत जनगणना पर अखिलेश यादव ने कहा कि हमें लोगों को एकजुट करना होगा और उन्हें जाति जनगणना के बारे में समझाना होगा. अच्छी बात यह है कि कांग्रेस जाति जनगणना के समर्थन में आ गई है. इससे पहले उन्होंने लोकसभा में इसका विरोध किया था, लेकिन मैं खुश हूं कि कांग्रेस पीडीए (पिचाड़ा, दलित, अल्पसंखायक) की राह पर आ गई है और अब जाति जनगणना के पक्ष में है.

सनातन धर्म के मामले पर उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं को सनातन का असल मतलब भी नहीं पता है. बीजेपी समझती है कि जो उनको वोट दे रहा है वही सनातनी है, जो उन्हें वोट नहीं दे रहा वो सनातनी नहीं है. उन्होंने एमपी में अपने सिंबल पर चुनाव लड़ने की बात कही. बता दें कि, मध्य प्रदेश में इस साल के अंत तक चुनाव होने हैं.