ग्वालियर । कलेक्टर राहुल जैन ने कहा है कि कुपोषण से मुक्ति के लिये सामाजिक सहभागिता आवश्यक है। समाज के ऐसे व्यक्ति और संस्थायें जो आर्थिक और सामाजिक रूप से सक्षम हैं, उन्हें इसके लिये आगे आना चाहिए। उन्होंने इसी क्रम में समर्पण हैल्थ केयर इंस्टीट्यूट द्वारा अटल बाल पालक मिशन के तहत 30 बच्चों को गोद लेने के निर्णय की तारीफ की और कहा कि यह कार्य ग्वालियर की अन्य संस्थाओं के लिये प्रेरणा का कार्य सिद्ध होगा। उन्होंने यह बात अटल बाल पालक सम्मेलन के तहत जी डी लड्डा द्वारा संचालित समर्पण हैल्थ केयर सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में कही।
कलेक्टर राहुल जैन ने कहा कि जिले को कुपोषण से मुक्त कराने के लिये अटल बाल पालक सम्मेलन का आयोजन जिला प्रशासन की एक पहल है। उन्होंने कहा कि बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य लाभ के लिये राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनायें संचालित की जा रही हैं। सरकार बड़े स्तर पर इन योजनाओं के लिये धनराशि स्वास्थ्य और महिला-बाल विकास विभाग को मुहैया करा रहा है। अभिभावकों को कुपोषण और बच्चों की बीमारियों के संबंध में शिक्षित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने अटल बाल पालक सम्मेलन की पहल को मील का पत्थर बताया और कहा कि सामाजिक सरोकार से जुड़े लोग आगे आएँ। जरूरतमंद बच्चों की मदद करें, इससे उन्हें आत्मिक खुशी मिलेगी।
कलेक्टर राहुल जैन ने अटल बाल पालक सम्मेलन की सम्पूर्ण अवधारणा पर विस्तृत प्रकाश डाला। इसके लिये जिला प्रशासन द्वारा अटल बाल पालक कार्ड भी डिजाइन किया गया है। कार्ड में दर्ज मोबाइल नम्बर पर बच्चे के माता-पिता को उसके वजन के बारे में प्रति सप्ताह एसएमएस भी उपलब्ध कराया जायेगा। कलेक्टर जैन ने बताया कि जिले में atalbalpalakgwalior.in वेबसाइट भी बनाई गई है। इस वेबसाइट पर जिले में कुपोषण की श्रेणी में दर्ज सभी बच्चों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई है। साथ ही यह व्यवस्था भी दी गई है कि कोई भी व्यक्ति इन दर्ज बच्चों में से किसी भी बच्चे की जिम्मेदारी उठा सकता है।
संस्था के संचालक लड्डा ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा शहर में विभिन्न स्थानों पर पाँच हैल्थ केयर सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। इस अभियान से जुड़ने के बाद उनकी संस्था इन सभी केन्द्रों पर कुपोषण से जूझ रहे बच्चों को नि:शुल्क पौष्टिक आहार और स्वास्थ्य सेवायें मुहैया करायेगी। कार्यक्रम में संस्था के संचालक जी डी लड्डा, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, चिकित्सक और बच्चे व उनके पालकगण उपस्थित थे।