ग्वालियर । जन-धन खाते में आधार पंजीयन तथा नवीन खाते खोलने के लिये जिले में 25 सितम्बर से 4 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जायेगा। इसके अंतर्गत जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय निकायों के साथ समन्वय स्थापित कर बैंकों द्वारा शिविर आयोजित किए जायें। यह निर्देश कलेक्टर राहुल जैन ने बैंकर्स की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में दिए।
कलेक्टर राहुल जैन ने कहा कि भारत सरकार के निर्देशानुसार बैंको द्वारा सामान्य वर्ग के व्यक्तियों के बैंक खाते जन-धन योजना के तहत जीरो बैलेन्स पर खोले जाना है। साथ ही जो खाते पूर्व में खोले गए हैं, उनमे आधार नम्बर का पंजीयन कराया जाना है। इस कार्य के लिये सरकार द्वारा विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि 25 सितम्बर से आयोजित किए जाने वाले शिविरों की तिथि और स्थान के विषय में आम लोगों को अधिकाधिक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। नगरीय क्षेत्रों में नगर निगम और नगर पंचायतों के माध्यम से होर्डिंग्स, बैनर लगाए जाएँ तथा बैंकर्स अपनी-अपनी ब्रांचों में भी अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें।
इसी क्रम में राहुल जैन ने कहा कि जानकारी के आभाव में एक ही हितग्राही द्वारा अलग-अलग योजनाओं के लिये बैंक खाते खुलवाये गए हैं। इसके लिये बैंक एक हितग्राही के अन्य खातों का एकीकरण करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और सुरक्षा बीमा योजना के विषय में भी हितग्राहियों को बतलाया जाए और उन्हें इस योजना से जोड़ा जाए। जैन ने कहा कि कोई भी हितग्राही मात्र 12 रूपए और 330 रूपए की वार्षिक प्रीमियम के आधार पर 4 लाख रूपए का बीमा इन योजनाओं के तहत करवा सकता है। आपात स्थिति में योजना का लाभ परिवार को प्राप्त होता है।
बैठक में डीएम जैन ने बताया कि ग्वालियर जिले में कुल 5 लाख 88 हजार बैंक खाते प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अंतर्गत खोले गए हैं, जिनमें से 3 लाख 52 हजार खातों में आधार लिंक करने का काम पूर्ण कर लिया गया है। इसी प्रकार 37 हजार 552 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना तथा एक लाख 67 हजार 721 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़ा जा चुका है।
बैठक में विधायक नारायण सिंह कुशवाह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष शांतिशरण गौतम, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीरज कुमार सिंह, डबरा के वीरेन्द्र जैन, लीड बैंक प्रबंधक जैन, रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि और सभी बैंकों के समन्वयक तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।