भोपाल: लोक माता अहिल्याबाई होल्कर की 15 सितंबर को निकालने वाली पालकी यात्रा में इस बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय उत्तर प्रदेश से इस बात की कन्फर्मेशन देवी अहिल्या उत्सव समिति को मिल चुकी है. समिति अब अपने कार्यक्रमों में बदलाव करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के स्वागत की तैयारी कर रही है. देवी अहिल्या की नगरी इंदौर में 15 सितंबर को अहिल्या पालकी यात्रा का आयोजन किया जाना है. हर साल यह यात्रा निकल जाती है.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 13 सितंबर को शहर आएंगे. वह देवी अहिल्याबाई होल्कर की 228वीं पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे. शहर में सीएम योगी के आने की तैयारी से जुड़ा एक और कार्यक्रम चल रहा है. देवी अहिल्याबाई होल्कर के कार्यक्रम में सीएम योगी को बुलाने का फैसला यहां हुई अहिल्योत्सव समिति की बैठक में लिया गया. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और देवी अहिल्या उत्सव समिति के अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा “हमने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 13 सितंबर को होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. पूरी सम्भावना है कि वे इसमें भाग लेकर उस उत्सव को गरिमा प्रदान करेंगे.”
सुमित्रा महाजन ने कहा कि देवी अहिल्या बाई हम सभी की माता हैं. समिति पिछले 108 वर्षों से अहिल्याबाई होल्कर की पुण्य तिथि जयंती महोत्सव मनाती आ रही है. उन्होंने कहा कि जब शहर के बाहर से लोग यहां आते हैं तो देवी अहिल्या बाई के बारे में पूछते हैं कि यहां देखने लायक क्या है. अभी तक हम ऐसी जगह नहीं बना पाए थे, लेकिन अब सरकार ने जमीन दे दी है और हम जल्द ही वहां अहिल्या बाई के व्यक्तित्व, कृतित्व और चरित्र को समाहित करते हुए एक भव्य स्मारक बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं.
वहीं मुख्य कार्यक्रम के संयोजक सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इस बार कार्यक्रम को और भव्य बनाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा. उन्होंने पालकी यात्रा की तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि रास्ते में पड़ने वाले सभी मंच सड़क के एक तरफ बनाए जाएंगे. यात्रा के समय स्वागत मंचों से लाउडस्पीकर भी बजने लगेंगे. यात्रा में शोर मचाने वाले डीजे आदि शामिल नहीं होंगे. कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि अहिल्याबाई की सोच देश की अखंडता से जुड़ी थी. आज ताई उसी सोच को आगे बढ़ा रही हैं. यह हर वर्ग का उत्सव है और सभी को इसमें भाग लेना चाहिए.