नई दिल्ली । बिना सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें सिंतबर 2014 वाले रेट पर आ गई हैं। इंडियन ऑयल के मुताबिक 1 सितंबर 2014 को घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट दिल्ली में 901 रुपये, कोलकाता में 945 रुपये, मुंबई में 926.5 रुपये और चेन्नई में 902.50 थे। अब सितंबर 2023 यानी 9 साल बाद भी दिल्ली में 903 रुपये, कोलकाता में 929 रुपये, मुंबई में 902.50 रुपये और चेन्नई में 918.50 रुपये हैं।
दरअसल सरकार ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भारी कटौती की घोषण की और 30 अगस्त से रसोई गैस का सिलेंडर एक साथ 200 रुपये सस्ता हो गया। यही नहीं, उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को इसके ऊपर 200 रुपये की सब्सिडी भी सरकार ने दी है। यानी उनके लिए सिलेंडर 400 रुपये सस्ता हो गया है। इस राहत के बाद एक सितंबर को 19 किलोग्राम वाले व्यावसायिक गैस सिलेंडर के दाम भी 158 रुपये घटाए दिए गए। इसकी कीमत पिछले महीने भी 99.75 रुपये कम हुई थी।
एलपीजी प्राइस 2014 और 2023
शहर रेट सितंबर 2014 रेट सितंबर 2023
दिल्ली 901 903
कोलकाता 945 929
मुंबई 926.5 902.50
चेन्नई 902.50 918.50
कटौती से करीब 35 करोड़ परिवारों को राहत
इसके साथ ही सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 75 लाख नए मुफ्त गैस कनेक्शन देने का भी एलान किया है, जिसके बाद इस योजना के लाभार्थियों की कुल संख्या 10.35 करोड़ हो जाएगी। गैस के दाम में कटौती से करीब 35 करोड़ परिवारों को राहत मिलेगी। इस कटौती के लिए सरकार सब्सिडी दे रही है, यानी हर सिलेंडर पर 200 रुपये की रकम सरकार पेट्रोलियम कंपनियों के खाते में डालेगी।
चुनावी साल में सरकार ने मौके पर चौका मारा
गैस के दामों में कटौती की मांग काफी समय से हो रही थी। विपक्षी पार्टियां रसोई गैस के दाम को मुद्दा बनाने की कोशिश में लगातार जुटी थीं। इसके लिए वे 2014 के चुनावों से पहले के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मंत्री स्मृति ईरानी के पुराने बयानों को भी याद दिलाती रहती हैं। चुनावी साल में सरकार ने मौके पर चौका मारा है।
9 साल में केवल 28 रुपये बढ़ा 19 किलो वाले सिलेंडर का दाम
अगर 19 किले वाले कॉमर्शियल सिलेंडर की बात करें तो 1 सितंबर 2014 को दिल्ली में 1503 रुपये, कोलकाता में 1588 रुपये, मुंबई में 1598 और चेन्नई में 1723 रुपये में मिल रहे थे। आज की डेट में यह दिल्ली में 1522 रुपये, कोलकाता में 1636 रुपये, मुंबई में 1482 रुपये और चेन्नई में 1695 रुपये के रेट से मिल रहा है। यानी पिछले नौ साल में इसमें बढ़ोतरी केवल 19 से 28 रुपये रह गई है।