नई दिल्ली, मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. सत्ताधारी बीजेपी सत्ता में बने रहने के लिए पूरा जोर लगा रही है. इसी क्रम में पार्टी सरकार की नीतियों को जनता तक पहुंचाने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है. इस यात्रा में एमपी बीजेपी के तमाम नेताओं को बुलाया गया है. लेकिन मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ का निमंत्रण नहीं मिला. इसके बाद उमा भारती नाराज हो गईं. उन्होंने आज तक से बातचीत में कहा कि अगर आप (बीजेपी) उन नेताओं के वजूद को पीछे धकेल देंगे, जिनके दम पर पार्टी का वजूद खड़ा है, तो आप एक दिन खुद खत्म हो जाएंगे.
‘2024 में लड़ूंगी चुनाव, मुझे कोई किनारे नहीं कर सकता’
उमा भारती से पूछा गया कि वे बैठकों में नजर नहीं आ रही हैं, रणनीतियों से दूर रह रही हैं क्या उमा भारती को दरकिनार किया गया, या खुद दूरी बनाए हुए हैं? इस पर उमा भारती ने कहा, मैंने 2019 में ही कहा था कि 2019 में चुनाव नहीं लड़ूंगी. मैं 27 साल की उम्र में पहली बार चुनाव लड़ी. 6 बार सांसद, 2 बार विधायक बनी. 11 साल केंद्र में मंत्री रहीं और मुख्यमंत्री भी रहीं. मैंने कहा था कि मुझे 5 साल का ब्रेक दे दो, गंगा का काम करूंगी. यात्रा करूंगी. लेकिन मैं 2024 का चुनाव जरूर लड़ूंगी. इसलिए मैंने खुद को किनारे नहीं लगाया. न कोई मुझे किनारे लगा सकता है.
उमा भारती ने कहा, 2020 उपचुनाव के वक्त मुझे कोरोना हुआ था. मैं पूरी तरह से ठीक भी नहीं हुई थी, मुझसे गुहार लगाकर प्रचार करने के लिए कहा गया था. मैं प्रचार करने आई थी. हमारी सरकार बननी ही थी. लेकिन मेरे प्रचार से सीटों में जरूर इजाफा हुआ.
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराजगी से जुड़े सवाल पर उमा भारती ने कहा, मुझे यात्रा में नहीं बुलाया गया. मुझे इसका दुख और दर्द नहीं, बस आश्चर्य है. ज्योतिरादित्य सिंधिया मेरा बहुत लाड़ला है. बहुत प्रिय है. उनके आने से मुझे बहुत खुशी हुई है. 2018 में उन्होंने कांग्रेस का प्रचार किया, उनकी वजह से हम नहीं जीते. लेकिन उन्होंने कांग्रेस की सरकार गिरवाकर हमारी सरकार बनवा कर दे दी. मुझे सिंधिया से कोई ईर्ष्या नहीं है. लेकिन यात्रा में मुझे बुलाकर दिखावा तो कर देते. मुझसे कह देते की आप शामिल मत होना. मैं वैसे भी यात्रा में शामिल नहीं होती.
‘मुझे पोस्टर गर्ल नहीं बनना, मैं मोदी जी से 10 साल छोटी’
उमा भारती ने कहा, मुझे पोस्टर गर्ल नहीं बनना है. पोस्टर में दिखा दिया और वोट ले लिया. मुझे बहुत काम करना है. लंबा काम करना है. मैं बहुत छोटी हूं. मोदी जी से 10 साल छोटी हूं. अमित शाह से थोड़ी बड़ी हूं. यहां के नेताओं से बहुत छोटी हूं. अभी मुझे 15-20 साल काम करना है. इसके लिए सामर्थ्य बनी रहे. गरीबों के लिए असहाय लोगों के लिए काम करना है. मैं जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं जाती, लेकिन बुला तो लेते.
‘पार्टी को नुकसान नहीं करना चाहती’
उमा भारती ने कहा, मैं पार्टी का नुकसान नहीं करना चाहती. शिवराज सिंह कहेंगे, तो मैं प्रचार करने जाऊंगी. इस पार्टी से मुझे लगाव है. हमारे नेता मोदी जी हैं. देश की रक्षा करने वाली एकमात्र पार्टी हमारी है. मैंने जानबूझकर बोला है, ताकि आगे से गलती न हो. ताकि आगे से ऐसे नेताओं को पीछे धकेल देंगे, जिनसे पार्टी का वजूद है, तो आप खुद खत्म हो जाएंगे.
उमा भारती ने कभी दिल्ली न आने, पीएम मोदी- अमित शाह से मुलाकात करते न दिखने के सवाल पर कहा, मैं गंगा यात्रा पर थी. फिर कोरोना आ गया. मेरे जन्मदिन पर पीएम मोदी और अमित शाह ने फोन करके बधाई दी. मैं लेकिन पब्लिसिटी नहीं करती. जेपी नड्डा जी मुझसे आदर से मिलते हैं. संगठन मंत्री मुझसे आदर से मिलते हैं. मैं पब्लिसिटी से नेता नहीं बनी हूं. मैं जनता के प्यार और परमात्मा के आशीर्वाद से नेता बनी हूं.