भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत कर शंखनाद कर दिया है। चित्रकूट में यात्रा के शुभारंभ पर पूर्व सीएम उमा भारती को नहीं बुलाया गया। इस पर उमा भारत ने बड़ा बयान दिया। उमा ने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा में मुझे नहीं बुलाया गया है। मुझे डर है कि सरकार बनने के बाद पूछेंगे की नहीं। वहीं, इस पर कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा ने घेरा है।
पूर्व सीएम उमा भारती के नाम से वीडी शर्मा को 19 प्रत्याशियों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सियासत गरमा गई है। इस बीच उमा ने एक बड़ा बयान दिया। भोपाल अयोध्या नगर पंचमुखी हनुमान मंदिर पहुंची उमा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं भले ही भारतीय जनता पार्टी से हूं। मगर फिर भी मैं कहना चाहती हूं कि आज भारतीय जनता पार्टी अपनी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है। मुझे इस जन आशीर्वाद यात्रा में बीजेपी ने निमंत्रण न देकर औपचारिकता भी नहीं की। उमा ने कहा कि वह इसलिए क्योंकि अगर मैं चली जाती तो पूरी जनता का ध्यान उनको छोड़कर मेरी तरफ हो जाता। उमा ने कहा कि मुझे तो डर है कि सरकार बनने के बाद मुझे पूछेंगे कि नहीं।
वहीं, इसके कुछ समय बाद उमा ने ट्वीट कर कहा कि आज भाजपा का चुनाव प्रचार अभियान शुरू हो गया तो मध्यप्रदेश की जनता भी तय करले कि हम भाजपा की ही सरकार बनाएंगे। लेकिन गांधी जी, पंडित दीनदयाल जी और मोदी जी के आर्दशों पर चलने के लिए भाजपा को विवश करेंगे। उमा ने कहा कि भाजपा की ही सरकार बनेगी। मैं फिर इसके लिए मेहनत करुंगी। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि भाजपा को ही वोट दें। लेकिन हर उम्मीदवार से यह वचन ले कि सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पताल में ही अपने परिवार एवं अपना इलाज कराएंगे तथा अपने बच्चों को पढ़ाएंगे। कोई भी भाजपा का नेता, कार्यकर्ता शादी में फिजूल खर्चा नहीं करेगा। हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी की यही गाइडलाइन है। पांच सितारा होटलों में नहीं रुको, कहीं भी फिजूल खर्ची मत करो। मोदी जी हमारे आदर्श हैं।
वहीं, उमा भारती को जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाने पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और प्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा की आदत अपने सब नेताओं को अपमानित करने की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार अपने वरिष्ठ लोगों को दरकिनार किया है। प्रधानमंत्री जी ने अपने गुरु लालकृष्ण आडवाणी को बर्फ में दवा दिया, जिन्होंने मुरली मनोहर जोशी को रिटायर्ड कर दिया। मोदी जी ने अपने गुरू गुजरात के मुख्यमंत्री पटेल जी को जबरन रिटायर्ड कर दिया। यह एक लंबी लिस्ट है। हम उनके परिवार पर कोई टिप्पणी नहीं करते, लेकिन हिंदुस्तान की संस्कृति है जो अपने बुजुर्गों का तिरस्कार करते हैं उसे भगवान भी माफ नहीं करता है।