उमारिया । लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए उमरिया की जिला आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस ने रिनी गुप्ता को 1.20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। मैडम की पहली पोस्टिंग ही उमारिया जिले में हुई थी। मैडम को लेकर अब कई तरह के खुलासे हो रहे हैं। रिश्वत लेने के लिए उन्होंने पूरा प्लान तैयार कर रखा था। मैडम के चैंबर में किसी भी ऐसे इंसान की एंट्री नहीं होती थी जो इलेक्ट्रानिक डिवाइस लेकर ऑफिस आता था। रिश्वत लेने के लिए मैडम का एक पूरा सिस्टम खड़ा किया था इसी सिस्टम के आधार पर हर महीने मैडम रिश्वत लेती थी।
हर ठेकेदार से था 80 हजार का टारगेट
उमारिया में 9 शराब ठेकेदार काम करते हैं। जानकारी के अनुसार, मैडम हर ठेकेदार से हर महीने 80 हजार रुपए की रिश्वत लेती थीं। मैडम के सिस्टम के अनुसार, दो तरह की रिश्वत की डील की जाती थी। पहली डील वीआईपी और दूसरी डील पर्सनल होती थी। जो ठेकेदार रिश्वत देने से मना करता थे उसके खिलाफ लीगल एक्शन लिया जाता था। मैडम ने ठेकेदारों को हिदायत देकर रखी थी कि अगर मेरे सिस्टम से चलोगे तो कुछ गड़बड़ नहीं होगी।
दो लेवल पर रिश्वत क्यों?
मैडम वीआईपी और पर्सनल के नाम से रिश्वत के लिए डील करती थी। वीआईपी डील उसे नाम दिया गया था जिसमें पैसे ऊपर के अधिकारियों को भेजना पड़ता था। वहीं, पर्सनल डील का आशय है जो मैडम खुद के लिए करती थी। एक शराब दुकान से हर महीने 30 हजार रुपए वीआईपी डील और 50 हजार रुपए की पर्सनल डील होती थी।
तय डेट पर पहुंच जाता था पैसा
मैडम का शराब ठेकेदारों को सख्त आदेश था कि जो डेट तय की गई है उसे डेट पर दोनों ही डील के पैसे पहुंच जाने चाहिए। अगर कोई ठेकेदार पैसे देने में लेट करता था तो मैडम उसके खिलाफ लीगल एक्शन लेती थीं। मैडम ने सभी ठेकेदारों को कॉल करने के लिए माना किया था। कोई भी ठेकेदार मैडम के मोबाइल फोन पर बात नहीं कर सकता है।
वाट्सएप कॉल पर होती थी डील
शराब ठेकेदारों और मैडम के बीच बातचीत केवल वाट्सएप कॉल के जरिए होती थी। मैडम के ऑफिस में जो पैसे लेकर आता था मैडम पहले उसका फोन अपने ड्राइवर के पास जमा करवा देती थीं। उसे उसके बाद उस शराब ठेकेदार की तलाशी ली जाती थी फिर उसे अंदर भेजा जाता था।
हर साल कितनी रिश्वत लेती थी मैडम
उमारिया में 9 शराब ठेकेदार काम कर रहे हैं। हर ठेकेदार से 80 हजार रुपए लेती थी। इस हिसाब से एक महीने में मैडम 7 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेती थी। वहीं, एक साल की रिश्वत को जोड़कर देखा जाए तो 86 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत मैडम हर साल लेती थी।