उमरिया. एमपी के उमरिया स्थित आबकारी विभाग के आफिस में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया. जब लोकायुक्त टीम ने जिला आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता को एक लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. रीनी गुप्ता द्वारा पीडि़त निपेन्द्रसिंह पर शराब जब्ती का झूठा केस न बनने के एवज में रिश्वत ले रही थी.

इस संबंध में लोकायुक्त पुलिस अधिकारी ने बताया कि उमरिया में जिला आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता द्वारा निपेन्द्रसिंह नामक युवक पर शराब जब्ती का झूठा मामला न बनने के एवज में एक लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई. रीनी गुप्ता का रुपयों की मांग करने से परेशान होकर निपेन्द्र सिंह ने रीवा में लोकायुक्त एसपी गोपाल धाकड़ से शिकायत की. जिसका सत्यापन कराया गया तो पाया कि जिला आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता द्वारा 30 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से चार माह के कुल 1 लाख 20 हजार रुपए की डिमांड की गई है. इसके बाद निपेन्द्रसिंह जिला आबकारी आफिस पहुंचा और रीनी गुप्ता को 20 हजार रुपए दिए. तभी लोकायुक्त अधिकारियों की टीम ने दबिश देकर जिला आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता को रंगे हाथ पकड़ लिया. रीनी गुप्ता के रंगे हाथ पकड़े जाने की खबर से आफिस में हड़कम्प मच गया. देखते ही देखते आफिस के बाहर लोगों की भीड़ एकत्र हो गई थी.