भोपाल । मध्य प्रदेश में निकाली जाने वाली जन आशीर्वाद यात्राओं का रूट चार्ट सामने आ गया है, लेकिन इस बीच एक और खबर सामने आई है। चूंकि मध्य प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है, इसलिए सारी यात्राओं पर अमित शाह का नियंत्रण होगा, इसके लिए केंद्रीय स्तर पर एक टीम बनाई गई है, जो यात्रा की रियल टाइम जानकारी अमित शाह को पहुंचाएगी।
जन आशीर्वाद यात्रा के लिए प्रदेश स्तर पर 8 लोगों की टोली बनाई गई है, मध्य प्रदेश के मंत्री भूपेन्द्र सिंह को यात्रा का संयोजक बनाया गया है। राज्य में पांच जगहों से जन आशीर्वाद यात्राएं निकाली जाएंगी। इसमें महाकौशल, विंध्य, मालवा, ग्वालियर चंबल और बुंदेलखण्ड को शामिल किया गया है। भाजपा की पूरी कोशिश थी कि जन आशीर्वाद यात्रा सभी 230 विधानसभाओं को कवर करे, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया। यात्रा 210 सीटों को ही कवर कर पाएगी।
पहली यात्रा-
सबसे पहली यात्रा का शुभारंभ विंध्य क्षेत्र के चित्रकूट से 3 सितम्बर को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री मंत्री अमित शाह करेंगे। यात्रा कामतानाथ का आशीर्वाद लेकर शुरू होगी। यात्रा निवाड़ी से होते हुए भोपाल पहुंचेगी। इस यात्रा के संयोजक सतना सांसद गणेश सिंह एवं सह संयोजक मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह बनाए गए हैं। यह यात्रा 12 जिलों के 48 विधानसभाओं से गुजरेगी, जिसमें मंच सभाएं 44, रथ सभाएं 100 और स्वागत स्थान 311 रहेगी। यह यात्रा 19 दिन में 2343 कि.मी. का सफर तय करेगी।
दूसरी यात्रा-
दूसरी यात्रा इंदौर संभाग के खंडवा से 4 सितंबर को धूनी वाले बाबा का आशीर्वाद लेकर प्रारंभ होगी, जिसका शुभारंभ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। इसके संयोजक सांसद शंकर लालवानी एवं सह संयोजक आईडीए के अध्यक्ष जयपाल चावड़ा हैं। यह यात्रा 10 जिलों के 42 विधानसभाओं से गुजरेगी, जिसमें मंच सभाएं 30 और रथ सभाएं 95 रहेगी। यह यात्रा 21 दिन में 2000 कि.मी. का सफर तय करेगी।
तीसरी यात्रा-
चौथी यात्रा मालवा के नीमच से 4 सितम्बर को प्रारंभ होगी, जिसका शुभारंभ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। जिसके संयोजक किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर एवं सह संयोजक तेज बहादुर हैं। यह यात्रा 12 जिलों के 44 विधानसभाओं से गुजरेगी, जिसमें मंच सभाएं 65, रथ सभाएं 100 और स्वागत स्थान 375 रहेगी। यह यात्रा 17 दिन में 2000 कि.मी. का सफर तय करेगी।
चौथी यात्रा-
यह यात्रा महाकौशल के मंडला जिले से 5 सितम्बर को प्रारंभ होगी। इसका शुभारंभ भी केन्द्रीय मंत्री अमित शाह करेंगे। यात्रा जबलपुर होते हुए भोपाल पहुंचेगी, जिसके संयोजक सांसद उदयप्रताप सिंह एवं सह संयोजक अभिलाष पांडे को बनाया गया है। यह यात्रा 10 जिलों के 45 विधानसभाओं से गुजरेगी, जिसमें मंच सभाएं 56, रथ सभाएं 335 और स्वागत स्थान 47 रहेगी। यह यात्रा 18 दिन में 2303 कि.मी. का सफर तय करेगी।
पांचवी यात्रा-
यह यात्रा ग्वालियर-चंबल संभाग के श्योपुर से 6 सितम्बर को प्रारंभ होगी, जिसका शुभारंभ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। यात्रा के संयोजक प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत एवं सह संयोजक प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी हैं। यह यात्रा 11 जिलों के 42 विधानसभाओं से गुजरेगी, जिसमें मंच सभाएं 48, रथ सभाएं 65 और स्वागत स्थान 265 रहेगी। यह यात्रा 17 दिन में 1997 कि.मी. का सफर तय करेगी।
6523 बूथों से 10 लाख कार्यकर्ता आएंगे भोपाल
यात्रा का समापन 21 सितम्बर को विभिन्न स्थानों पर होगा। इसके बाद दीनदयाल उपाध्याय जयंती के मौके पर 25 सितम्बर के अवसर पर इन यात्राओं का समागम भोपाल में किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के जंबूरी मैदान में कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करेंगे। महाकुंभ में प्रदेश भर के 6523 बूथों से 10 लाख कार्यकर्ता शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।