नए चेहरे को शामिल करने के मामले में कार्यक्षमता को पैमाना बनाने वाले पीएम ने चुनावी राज्यों की भी परवाह नहीं की है। तीसरी बार मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में कुल नौ नए चेहरों को शामिल किया गया है। खास बात यह है कि नौ नए चेहरों में दो पूर्व आईपीएस, एक पूर्व आईएसएस और एक पूर्व आईएफएस अधिकारी हैं।
आरके सिंह
आरके सिंह बिहार के आरा से लोकसभा सांसद हैं। वे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कार्मिक, पेंशन और जन शिकायत तथा विधि व न्याय से संबंधित संसदीय स्थायी समिति के सदस्य हैं। सिंह 1975 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं। वे देश के गृह सचिव की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
हरदीप सिंह पुरी
हरदीप सिंह पुरी 1974 बैच के आईएफएस रहे हैं। वह विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों का अनुभव और विशेषज्ञता रखते हैं। वह एक थिंक टैंक रिसर्च एंड इनफॉरमेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज (आरआईएस) के चेयरमैन हैं। वह संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे हैं। इसके अलावा ब्राजील में राजदूत रहे हैं।
सत्यपाल सिंह
सत्यपाल सिंह बागपत से लोकसभा के सांसद हैं। आंतरिक मामलों की स्थायी समिति और ऑफिस ऑफ प्रॉफिट की संयुक्त समिति के सदस्य हैं। 1980 बैच के महाराष्ट्र कॉडर के आईपीएस सत्यपाल सिंह मुंबई के पूर्व कमिश्नर रह चुके हैं। उन्होंने जनजातीय संघर्षों और नक्सलवाद पर बेस्ट सेलर किताब भी लिखी है।
अल्फोंस कन्नथनम
केरल कैडर से 1979 बैच के आईएएस अधिकारी अल्फोंस जब दिल्ली विकास प्राधिकरण के आयुक्त थे तो दिल्ली में डेमोलिशन मैन के नाम से खूब चर्चित हुए थे और तकरीबन 15 हजार अवैध बिल्डिंग्स गिराकर डीडीए की जमीन खाली कराई थी। पेशे से वकील अल्फोंस जनशक्ति नामक एनजीओ भी चलाते हैं। इसके अलावा वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2017 की समिति के सदस्य हैं। उनकी चर्चित पुस्तक मेकिंग ए डिफरेंस है।