भोपाल। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए टिकट दावेदारों के समक्ष भाजपा ने एक नई शर्त रख दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने तय किया है कि 2 अगस्त से 30 अगस्त के बीच में चलाए जा रहे मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम में जो नेता अपने विधानसभा क्षेत्र में 2000 या अधिक नव मतदाताओं को मतदाता सूची में जोडऩे में सफल होंगे, टिकट वितरण के समय पार्टी उनके नामों पर विचार करेगी। पार्टी ने यह मैसेज जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारियों और जिला संयोजकों के माध्यम से विधानसभा स्तर तक पहुंचाने का निर्णय लिया है।

प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा समेत अन्य नेताओं के साथ प्रदेश के जनप्रतिनिधियों, जिलाध्यक्ष की वर्चुअल मीटिंग में यह संदेश दिया गया है। प्रदेश संगठन महामंत्री शर्मा द्वारा दिए गए प्रस्ताव को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सहमति दी है।

इसमें कहा गया है कि चुनाव जीतने के लिए जनाधार वाले उम्मीदवारों के नाम पर तो विचार होगा ही पर जो कार्यकर्ता, पदाधिकारी या नेता अपने क्षेत्र में 2000 नव मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा पाएगा उसे भी टिकट वितरण क्राइटेरिया के दायरे में रखा जाएगा।

पता बदलने वालों का नाम कटवाएं

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने यह भी कहा है कि वह अपने क्षेत्र के उन मतदाताओं के नाम कटवाने का काम करें जो पता बदलकर अन्यत्र रहने लगे हैं और दूसरे विधानसभा या जिले में शिफ्ट हो गए हैं। जिलाध्यक्षगण से कहा गया है कि वोटर के नाम जोडऩे के लिये लगमे वाले कैंप में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी तय करें और अधिक से अधिक लोगों के नाम जुड़वाएं।

15 अगस्त तक रूठों को मनाएंगे जिला संयोजक

उधर जिला संयोजकों की मीटिंग में इन नेताओं ने सभी 57 जिला संयोजकों से कहा है कि वे 15 अगस्त तक अपने जिले के रूठे और असंतुष्ट नेताओं, कार्यकर्ताओं को मनाने का काम करें। इसके लिए उनके साथ सतत संवाद करें और समझाइश देने के बाद उन्हें क्या काम देना है, यह भी तय करें। इन लोगों को काम पर लगाने के बाद पार्टी की जीत का रास्ता अपने आप हो जाएगा।