मध्यप्रदेश के ग्वालियर से संबंधित ईसाई महिला अंजू इस समय फातिमा बन चुकी हैं। पाकिस्तान जाकर उसने अपने प्रेमी नसरुल्‍लाह से न‍िकाह कर लिया है। अंजू ने इसके लिए अपना धर्म भी बदला है। अंजू की प्रेम कहानी भारत और पाकिस्‍तान दोनों जगह चर्चा का विषय बनी हुई है। वह कैसे पाकिस्तान पहुंची? इस बात की जांच मध्य प्रदेश सरकार करवाएगी।

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान जाने के मामले पर सरकार को इंटरनेशनल कांस्पीरेसी का शक है। अंजू के पाकिस्तान जाने से लेकर पहुंचने तक की जांच होगी। गृहमंत्री ने कहा कि अंजू की जिस तरह से पाकिस्तान में आवभगत हो रही है। उससे शक पैदा हो रहा है कि क्या कोई बड़ा गिरोह है जिसने उसे आसानी से पाकिस्तान पहुंचाया है?

मिश्रा ने कहा कि मैंने स्पेशल ब्रांच को जांच के निर्देश दिए हैं। टीम इसकी कड़ियां जोड़कर जांच करेगी। दरअसल, अंजू मूल रूप से ग्वालियर के बौना गांव की रहने वाली है। उसके पिता का ना गया प्रसाद थॉमस है। वह पति अरविंद के साथ राजस्थान के भिवाड़ी में रहती थी। अपने किसी को बिना बताए पाकिस्तान जा पहुंच गई।

अंजू ने पाकिस्तान में नसरुल्लाह नाम के युवक से मिलने पहुंची थी। अंजू उसे फेसबुक फ्रेंड बता रही थी। वह उससे दोस्ती होने की जानकारी देती रही, लेकिन बाद में सोशल मीडिया में उसके निकाह की फोटो और वीडियो वायरल होने लगे। अंजू ने शादी न करने की बात कही है। अंजू के वीजा एप्लीकेशन फार्म की जांच में यह बात सामने आई है कि अंजू ने खुद पाकिस्तान जाने की वजह ही शादी करना बताया है।

बाद में जब वह पाकिस्तान पहुंच गई तो उसके निकाह की खबरें आने लगीं। खुफिया एजेंसियों ने बिना बताए पाकिस्तान गई अंजू के बारे में पड़ताल भी की, लेकिन ज्यादा कुछ जानकारी हाथ नहीं लगी है। हालांकि प्रारंभिक जांच में दुबई के किसी शख्स से अंजू के संपर्क होने की जानकारी सामने आई है। भारत की जांच एजेंसियां भी इस मामले की जांच में जुटी हैं।