भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक और बड़ी घोषणा की है। शनिवार को आशा, उषा कार्यकर्ताओं की महापंचायत सम्मेलन में सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि आशा और उषा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आशा और ऊषा कार्यकर्ताओं का मानदेय 2 हजार से बढ़ाकर 6 हजार रुपए किया जाएगा। इसके अलावा उन्हें रिटायरमेंट पर 1 लाख रुपए की मदद भी मिलेगी। सीएम शिवराज की इस घोषणा के बाद प्रदेश की आशा और ऊषा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। बता दें कि राज्य में इसी साल विधानसभा के चुनाव भी होने हैं।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा- कई आशा और उषा बहनें अभी मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना में सम्मिलित नहीं है। हर आशा और उषा बहन को मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना में सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। सीएम ने कहा कि एक बात आई आकस्मिक अवकाश की। वैसे हमारा काम ऐसा है कब हमारी जरूरत पड़ जाए लेकिन फिर भी मानवीयता के नाते हम ऐसी व्यवस्था बनाएं, इन्हें आकस्मिक अवकाश भी हर हालत में सुनिश्चित हो जाए।
बीमा की भी मिलेगी सुविधा
इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आशा और ऊषा कार्यकर्ताओं को 5 लाख का रुपए का स्वास्थ बीमा भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से हमारी आशा और ऊषा बहनों को हेल्थ की चिंता दूर होगी। सीएम ने कहा- आशा के वेतन भुगतान और सत्यापन आशा डायरी के आधार पर सहयोगियों के सत्यापन के उपरांत तत्काल ब्लॉक के स्तर पर ही कर दिया जाए। इसकी कोई न कोई समय सीमा निश्चित की जाए। लेकिन मेरी बहन आपको एक तो मिलता है इंसेंटिव और दूसरा मानदेय में 2 हजार रूपए हमने प्रारंभ किया था। मै जानता हूं कि जिस स्तर का आपका काम है। अब लगभग पूरा समय जनता के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए गुजरता है। इसलिए 2 हजार रु का मानदेय काफी कम है। इसको बढ़ाकर मैं 6 हजार करने का निर्देश देता हूं।
सीएम ने कहा- जो रूटीन के काम हैं कई बार उनमें भी कोई कमी नहीं होने पर भी कई आशा बहनें सेवा से पृथक कर दी जाती हैं। मैं ये निर्देश दे रहा हूं कि बिना किसी गंभीर कारण के ये बहनें सेवा से पृथक नहीं की जाएंगी। आशा बहनें और पर्यवेक्षको की सेवानिवृत्ति 60 साल से बढ़ाकर 62 साल में की जाएंगी ताकि वह स्वस्थ रहकर और बेहतर काम कर सकें। सीएम ने कहा कि आशा और आशा पर्यवेक्षक बहनों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।