बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) समेत दो सरकारी कारिंदों को एक सेवानिवृत्त अफसर से 15,000 रुपये की कथित घूस लेने के आरोप में शुक्रवार (28 जुलाई) को रंगे हाथों पकड़ा गया. लोकायुक्त पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि कथित घूस सेवानिवृत्त अफसर के सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते से रकम निकालने की स्वीकृति से जुड़ी सरकारी प्रक्रिया पूरी करने के बदले ली गई.
उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि बड़वानी जिले के पाटी की जनपद पंचायत के सीईओ रवि मुवेल और क्लर्क संतोष चंदेल को जाल बिछाकर पकड़ा गया, जब वे इस निकाय के सेवानिवृत्त ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) अफसर खान से कथित घूस के रूप में 15,000 रुपये ले रहे थे. डीएसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने खान के जीपीएफ खाते से रकम निकालने की मंजूरी से जुड़ी सरकारी प्रक्रिया पूरी करने के बदले उनसे रिश्वत मांगी थी.
इस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया
डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि क्लर्क चंदेल ने बड़वानी के जिलाधिकारी कार्यालय के कैंटीन में खान से रिश्वत की राशि ली और बाद में इसे सीईओ मुवेल के हवाले कर दिया. डीएसपी ने बताया कि रंगे हाथों पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा सात और भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी) में कार्रवाई की जा रही है.
चार्जशीट पेश किए जाने के वक्त अदालत में रहेंगे मौजूद
उन्होंने बताया कि आरोपियों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के प्रावधानों के तहत उन्हें नोटिस दिया गया है कि वे लोकायुक्त पुलिस की जांच में सहयोग करेंगे और चार्जशीट पेश किए जाने के वक्त अदालत में मौजूद रहेंगे.