मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब हैं, ऐसे में क्या कांग्रेस क्या बीजेपी, सभी प्रचार में लग गए हैं। बड़े-बड़े वादे कर जनता को रिझाने की भी पूरी कोशिश हो रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने किसानों को मुफ्त बिजली का वादा कर दिया है। कहा गया है कि कृषक न्याय योजना के तहत किसानों को फ्री में बिजली दी जाएगी।

कमलनाथ का बड़ा वादा, पलटेगी बाजी?
असल में जब पूर्व सीएम कमलनाथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तभी अचानक से पावर कट हो गया। उसी पावर कट पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा कि हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया था। अब जब फिर हम सरकार में आएंगे, इस योजना को जारी रखा जाएगा। इसके अलावा हम कृषक न्याय योजना शुरू करेंगे। अगर कोई भी किसान सिचाई के वक्त 5 हॉर्सपावर तक का पंप इस्तेमाल करेगा, उसे मुफ्त बिजली का पूरा फायदा होगा। ये भी कहा गया है कि किसानों को एक दिन में 12 घंटे लगातार बिना कटे बिजली दी जाएगी।

किसानों का मुद्दा बनेगा गेमचेंजर?
मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने ये भी वादा किया कि अगर सरकार में आए तो किसानों पर दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे। जोर देकर कहा गया कि जिन भी किसानों ने आवाज उठाई, जिन्होंने भी फर्जी बिलजी बिलों के खिलाफ विरोध किया, उन पर केस दर्ज किए गए। अगर कांग्रेस की सरकार आती है, उन सभी मामलों को वापस लिया जाएगा।इसके अलावा केंद्र का ही एक आंकड़ा जारी कर कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों की आय कम हो गई है।

भ्रष्टाचार के मुद्दे को भुनाने की तैयारी
वैसे कर्नाटक की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने जा रही है। कमलनाथ ने कहा है कि राज्य में लंबे समय से कोई निवेश नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार यहां पर सिस्टम का अटूट हिस्सा बन चुका है। अभी तक बीजेपी ने कमलनाथ के इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पार्टी दावा जरूर कर रही है कि एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में बीजेपी की सरकार आने वाली है।