नोएडा । उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित रबूपुरा गांव में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। पाकिस्तान से सचिन के प्रेम में पड़कर नेपाल के रास्ते भारत आने वाली सीमा हैदर की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है। पिछले तीन दिनों से सीमा से पूछताछ की गई। सीमा के साथ-साथ सचिन मीणा और उसके पिता नेत्रपाल से भी पूछताछ की गई है। यूपी एटीएस की ओर से पिछले तीन दिनों से लगातार सीमा हैदर से पूछताछ की गई। इस दौरान यूपी एटीएस को सीमा हैदर के पाकिस्तानी खुफिया एजेंट को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। पूछताछ के बाद सीमा का दर्द छलका। उसने सचिन के घर वापस लौटने के बाद मीडिया के सामने कहा कि मैं पाकिस्तान वापस गई तो मर जाऊंगी। पाकिस्तान में मेरी मौत निश्चित है। आईएसआई एजेंट होने के सवाल पर उसने कहा कि मैं मुहब्बत में भारत आई हूं। मैं सचिन से प्यार करती हूं। अगर मैं दोषी पाई जाती हूं तो जो सजा देंगे, कबूल है। सरकार भले ही मुझे डिटेंशन सेंटर में रखे, मगर बच्चों और सचिन के साथ रखे। मैं वहां भी रहने के लिए तैयार हूं।
पीएम मोदी, सीएम योगी से की गुजारिश
यूपी एटीएस की पूछताछ के बाद सीमा हैदर ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ से गुजारिश की कि उसे भारत की नागरिकता दी जाए। उसने दुबई जाने के सवाल पर कहा कि मैं कनेक्टिंग फ्लाइट होने के कारण दुबई गई थी। मैं तो काठमांडू के लिए निकली थी। नेपाल में होटल मैनेजर की ओर से लगाए गए आरोपों पर सीमा ने कहा कि वे झूठ बोल रहे हैं। मैंने वहां पर अपने पति का नाम सचिन बताया था। सीमा ने साफ तौर पर कहा कि अब मैं पहले हिंदू हूं। पाकिस्तान भेजे जाने की स्थिति में वहां मेरी जान को खतरा है। सीमा ने दावा किया कि आप इंतजार करिए, जल्द ही सब सच सामने आ जाएगा। जासूस होने के आरोपों को उसने पूरी तरह से खारिज कर दिया।
‘जो सच है, जल्द सामने आएगा’
सीमा हैदर ने भारत आने को लेकर कई खुलासा किया। उसने कहा कि मैंने पाकिस्तान में अपने घर को बेचकर पैसे जुटाए। यूट्यूब पर भारत आने के तरीकों के बारे में जाना। पाकिस्तान से यूएई गई। वहां से नेपाल आई। नेपाल से ग्रेटर नोएडा तक का सफर तय किया। मैं अब वापस पाकिस्तान नहीं जा सकती। वहां पर हमारी जान को खतरा है। सीमा मामले में एटीएस ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से भी बात की है। सीमा ने मीडिया के सामने कहा कि मैंने एटीएस के सामने सब सच बता दिया है। भाई के सेना में शामिल होने पर कहा कि वह पहले करांची शहर में मजदूरी करता था। पिछले साल उसने सेना में सिपाही के पद पर ज्वाइन किया। वह सेना में एक छोटा सा सिपाही है। सीमा ने कहा कि मैं सच बोल रही हूं। इस सबके बाद भी देश का कानून जो कहेगा, मैं करने के लिए तैयार हूं। मैं जासूस नहीं हूं। यह सच जल्द सभी लोगों के सामने
अंधा भी ढूंढ़ लेता है मुल्तान
मीडिया से बातचीत करते हुए सीमा हैदर ने कहा कि पाकिस्तान में कहावत है कि अंधा भी मुल्तान ढूंढ लेता है। इसका अर्थ यह हुआ कि मुश्किल दिनों में आप बेहतर की तलाश कर लेते हैं। उसने कहा कि मैं बड़ी मुश्किलों से भारत पहुंची हूं। एटीएस की पूछताछ के बाद मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए सीमा ने कहा कि भारत में घुसते हुए मैंने सीमा पर अपने पति का नाम सचिन बताया था। बच्चों के बारे में भी बताया कि सचिन उनके पिता हैं। उसने कहा कि मैंने दो करवाचौथ मनाए। पाकिस्तान में भी साड़ी भी पहनती हूं। आईएसआई एजेंट और सेना में शामिल परिजनों से संपर्क के सवाल पर भी उन्होंने साफ इनकार कर दिया। पाकिस्तानी फौज में शामिल भाई से बातचीत से इनकार करते हुए कहा कि मेरी उनसे कोई बात नहीं हुई है
सचिन के घर सीमा को छोड़ गई यूपी एटीएस
पाकिस्तान की सीमा हैदर से यूपी एटीएस ने 36 घंटे की पूछताछ के बाद दोबारा प्रेमी सचिन के घर पर छोड़ दिया है। ग्रेटर नोएडा के रबुपुरा इलाके में सचिन के घर की सुरक्षा के लिए सादी वर्दी में पुलिस टीम को तैनात किया गया है। किसी को सीमा-सचिन से बात करने की अनुमति नहीं दी गई है। तीन दिनों तक पुलिस कस्टडी में सीमा से पाकिस्तान से वाया नेपाल भारत तक के सफर के बारे में पूछताछ की। इस दौरान जांच टीम ने उसके बयान दर्ज किए और कहानी की कड़ियां भी जोड़ी। एटीएस टीम ने सचिन और सीमा को आमने-सामने बैठाकर सवाल किए। अब जांच एजेंसी उन लोगों को तलाश रही है, जिसने सीमा हैदर को भारत तक पहुंचाने में मदद की। सूत्रों के अनुसार, यूपी एटीएस को अभी तक की पूछताछ में उसके जासूस होने के ठोस सबूत नहीं मिले हैं।